PM मोदी ने कही 'मन की बात', न्यू इंडिया 125 करोड़ लोगों का भव्य भारत बनाने का संकल्प है

Last Updated 26 Mar 2017 11:16:29 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश की जनता को संबोधित किया.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर वहां की जनता को बधाई दी और कहा कि भारत बांग्लादेश का मित्र है.

मोदी ने कहा, आज 26 मार्च है और आज का दिन बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस है. कामना है कि बांग्लादेश आगे बढ़े और विकास करे.

प्रधानमंत्री ने कहा, "गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने ही बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान लिखा. हमें गर्व है कि भारत और बांग्लादेश दोनों के लिए राष्ट्रीय गान लिखने वाले टैगोर की यादें दोनों देशों की साझा विरासत हैं."

बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

मोदी ने कहा कि बांग्लादेश और भारत पारस्परिक लाभ और प्रगति के लिए भविष्य में साझीदार बने रहेंगे.

उन्होंने कहा, 23 मार्च को भगत सिंह और उनके साथी सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी. उन्होंने अपने सपने मां भारती की आजादी में समाहित कर दिए थे.

पीएम ने कहा, शहीद भगत सिंह हम सब की प्रेरणा हैं. देश के युवाओं से अनुरोध है जब भी समय मिले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं.

गांधी जी ने संघर्ष और सृजन दोनों सिखाया

उन्होंने कहा, देश चंपारण का शताब्दी समारोह मना रहा है. महात्मा गांधी का चंपारण सत्याग्रह अध्ययन का विषय है. इससे परिश्रम की पराकाष्ठा की सीख मिलती है. सामाजिक जीवन की शुरुआत करने वाले चंपारण सत्याग्रह को जानें. गांधी जी देश की नब्ज को जानते थे. गांधी जी ने संघर्ष और सृजन दोनों सिखाया.

पीएम ने कहा, "हम 21वीं सदी में हैं और कोई भारतीय नहीं है जो भारत में बदलाव नहीं लाना चाहता. देश में बदलाव की चाह है. यही चाह न्यू इंडिया की नींव रखेगा. न्यू इंडिया न तो कोई सरकारी परियोजना है, न ही किसी राजनीतिक दल का अभियान, बल्कि यह 125 करोड़ लोगों का भव्य भारत बनाने का संकल्प है."

उन्होंने कहा, "सब कुछ बजट या सरकारी धन से ही नहीं जुड़ा. अगर हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी और अपना दायित्व निभाने का संकल्प ले, तो उसका एक नए और बदले हुए भारत का सपना आसानी से पूरा हो सकता है."

प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर हम समाज की ओर देखें तो कई लोग हैं, जो अपने तरीके से समाज की सेवा कर रहे हैं. कुछ लोग अस्पतालों में मरीजों की सेवा कर रहे है, कुछ स्वेच्छा से रक्तदान कर रहे हैं और कुछ गरीबों को खाना खिला रहे हैं."

मोदी ने कहा, "अगर हर नागरिक संकल्प लें कि मैं यातायात के नियमों का पालन करूंगा, सप्ताह में एक बार पेट्रोल या डीजल का उपयोग नहीं करूंगा और अधिक जिम्मेदार बनूंगा और अगर हम कदम दर कदम ये सब करें तो हम एक नए भारत का अपना सपना साकार कर सकते हैं."

उन्होंने कहा, स्वच्छ भारत अभियान लोगों की आदत बदलने, बदलाव लाने और साफ सफाई का आंदोलन है.

'कालेधन, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी'

कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखने पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, "काले धन, भष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को हमें आगे बढ़ाना है. सवा-सौ करोड़ देशवासी इस एक वर्ष में ढाई हजार करोड़ डिजिटल लेन-देन का काम करने का संकल्प कर सकते हैं क्या? हमने बजट में घोषणा की है."

उन्होंने कहा कि सवा-सौ करोड़ देशवासियों के लिये अगर वे चाहें तो इस काम के लिए एक साल का इंतजार करने की जरूरत नहीं, छह महीने में कर सकते हैं. ढाई हजार करोड़ डिजिटल लेनदेन को पूरा करना चाहे हम स्कूल में फीस भरेंगे तो कैश से नहीं भरेंगे, डिजिटल से भरेंगे, हम रेलवे में प्रवास करेंगे, विमान में प्रवास करेंगे, डिजिटल से भुगतान करेंगे.

उन्होंने कहा, "हम दवाई खरीदेंगे तब डिजिटल भुगतान करेंगे. हम सस्ते अनाज की दुकान चलाते हैं, हम डिजिटल व्यवस्था से करेंगे. रोजमर्रा की जिन्दगी में ये कर सकते हैं हम. आपको कल्पना नहीं है, लेकिन इससे आप देश की बहुत बड़ी सेवा कर सकते हैं और काले धन, भष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के आप एक वीर सैनिक बन सकते हैं."

'डिजिटल लेन-देन बढ़ा'

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हमारे देश में एक ऐसा माहौल बना, बहुत बड़ी मात्रा में लोग डिजिटल भुगतान के डिजिधन आंदोलन में शरीक हुए. बिना नकद कैसे लेन-देन किया जा सकता है, उसकी जिज्ञासा भी बढ़ी है, गरीब से गरीब भी सीखने का प्रयास कर रहा है और धीरे-धीरे लोग भी बिना नकद कारोबार कैसे करें, उसकी ओर आगे बढ़ रहे हैं.

मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद से डिजिटल भुगतान के अलग-अलग तरीकों में काफी वृद्धि देखने को मिली है. भीम एप्प को प्रारंभ किए हुए अभी दो-ढाई महीने का ही समय हुआ है, लेकिन अब तक करीब-करीब डेढ़ करोड़ लोगों ने इसे डाउनलोड किया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों लोक-शिक्षा के लिये, लोक-जागृति के लिये डिजिधन मेला के कई कार्यक्रम हुए हैं. देश भर में 100 कार्यक्रम करने का संकल्प है. 80-85 कार्यक्रम हो चुके हैं. उसमें इनाम योजना भी थी. करीब साढ़े बारह लाख लोगों ने उपभोक्ता वाला ये इनाम प्राप्त किया है. 70 हजार लोगों ने व्यापारियों के लिये जो इनाम था, वह प्राप्त किया है. और हर किसी ने इस काम को आगे बढ़ाने का संकल्प भी किया है.

उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती है और बहुत पहले से जैसे तय हुआ था, 14 अप्रैल को बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती पर इस डिजि-मेला का समापन होने वाला है. सौ दिन पूरे होने पर बहुत बड़ा कार्यक्रम होने वाला है. बहुत बड़े ड्रा का भी उसमें प्रावधान है.

मोदी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का जितना भी समय अभी हमारे पास बचा है, भीम एप्प का हम प्रचार करें. नकद कम कैसे हो, नोटों का व्यवहार कम कैसे हो, उसमें हम अपना योगदान दें."

'अवसाद लाइलाज नहीं, इसके बारे में बात करना जरूरी'

प्रधानमंत्री ने लोगों को 'अवसाद' की समस्या से लड़ने के लिए समाज की मनोवृत्ति में बदलाव लाने और इस समस्या से पीड़ित लोगों को इसके बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा.

मोदी ने कहा, "हम अवसाद के बारे में जानते हैं. हालांकि, अवसाद से पीड़ित लोग दूसरों से अपने अनुभव साझा करने के लिए आगे नहीं आते क्योंकि उन्हें ऐसा करने में शर्म महसूस होती है. हमें इस स्थिति को बदलना होगा और उन्हें खुलकर बोलने और अपनी तकलीफ बांटने के लिए प्रोत्साहित करना होगा."

उन्होंने कहा कि अवसाद लाइलाज बीमारी नहीं है और सही मनोवैज्ञानिक माहौल के जरिए पीड़ित को इस समस्या से बाहर निकाला जा सकता है.

मोदी ने कहा, "अवसाद को दबाना सही नहीं है. इसे अभिव्यक्त करना जरूरी है. अवसाद ग्रस्त महसूस करने की स्थिति में आपको अन्य लोगों के साथ अपनी भावनाएं साझा करनी चाहिए. इससे आप बेहतर महसूस करेंगे."

समयलाइव डेस्क/भाषा/आईएएनएस


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment