गरीब किसानों की कोई सुध लेने वाला नहीं: राहुल

Last Updated 01 Oct 2016 05:29:28 PM IST

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर उद्योगपतियों की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धन्ना सेठों की मदद की जा रही है लेकिन गरीब किसानों का कोई पुरसाहाल नहीं है.


राहुल गांधी (फाइल फोटो)

गांधी ने कहा कि उद्योगपतियों के कर्ज सरकार ने माफ कर दिये लेकिन गरीब किसानों का कोई पुरसाहाल नही है. समाज का हर वर्ग परेशान है. धन की कमी नहीं होने के बावजूद सरकार किसान, मजदूर, बेरोजगारों की मदद के लिये आगे नहीं आ रही है.

देवरिया से दिल्ली तक की किसान यात्रा के दौरान शनिवार मथुरा पहुंचे गांधी ने यहां रोड शो किया. उन्होंने कहा कि यह यात्रा किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, बेरोजगार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिये निकाली है.

उन्होंने कहा, ‘केन्द्र में कांग्रेस शासन के दौरान कच्चे तेल का अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में भाव 140 डालर प्रति बैरल था. भारतीय मुंद्रा में जिसका मूल्य छह हजार रूपये बैठता है, आज घटकर मात्र 40 डालर प्रति बैरेल हो गया है.

इस प्रकार सरकार के खजाने में लाखों करोड़ रूपए जमा हैं. इसका उपयोग किसानों का कर्ज माफ करने, बेरोजगारों को नौकरी देने में लगाया जाना चाहिये था लेकिन सरकार की नीयत ही साफ नहीं है.

राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जनता से वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा, "चुनाव के समय मोदी जी ने हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रूपये जमा करने तथा हर साल दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का वायदा किया था लेकिन आज तक एक भी वायदा पूरा नही किया."

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के समय धन्ना सेठों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) की मदद की थी. उन्होंने कहा कि बदले में प्रधानमंत्री मोदी ने उनके एक लाख दस हजार करोड रूपये माफ कर दिये.
    
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान किसानों के 70 हजार करोड रूपये माफ किये थे. गांव में मनरेगा के माध्यम से 33 हजार करोड़ रूपये दिया जाता था जिससे लोगों को रोजगार मिला हुआ था. मोदी सरकार ने मनरेगा योजना को बंद कर दिया और उसका तीन गुना से अधिक उद्योगपतियों को दे दिया, आज देश एक प्रकार से ठहर सा गया है.

गांधी ने कहा कि सेना के जवानों को भी अधिक पैसा देने की जरूरत है. सैनिक सीमा पर रहकर न केवल देश बल्कि आम लोगों की सुरक्षा में लगे रहते हैं, सीमाएं सुरक्षित होंगी तभी देश सुरक्षित रहेगा.
    
उन्होने कहा कि सातवें वेतन आयोग में थल, जल एव वायु सेना को जो पैसा मोदी सरकार ने दिया है उसे वह लेने को तैयार नही हैं. सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, तथा अन्य सुरक्षा बलों को अधिक पैसे देने की जरूरत है. सैनिक ही जिंदगी और मौत से खेलते हैं.

गांधी ने होली गेट और दरेसी रोड पर नुक्कड़ सभाएं कीं, उन्होंने कहा कि यमुना को निर्मल बनाने के लिये केन्द्र सरकार को आगे आना चाहिए. गंगा और यमुना जीवन दायनी है.
     
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मोदी सरकार से किसान का कर्जा माफ करने, बिजली का बिल आधा करने और किसान की उपज का सही समर्थन मूल्य किसान को देने की मांग की. उन्होंने कहा कि इसके लिये सडक से संसद तक संघर्ष करेंगे.
    
उन्होंने कहा कि देवरिया की सभा से जरूरत होने पर किसान एक-दो खाट ले गये तो उन्हें भाजपा ने चोर बना दिया जबकि मोदी सरकार में विजय माल्या दस हजार करोड रूपये लेकर भाग गया, उस पर अभी तक ठोस कार्रवाई नही हुई.


     
गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग आपस में जहां जाते हैं वहां समाज में विद्वेष पैदा कर देते हैं इनसे समाज को सावधान रहना होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आपसी भाईचारा में विश्वास रखती है. देश प्यार से चलेगा नफरत से नहीं.
     
उन्होंने ने रिफाइनरी गेस्ट हाउस में विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों और चुने हुए कांग्रेसजनों से मुलाकात की तथा अग्रसेन चौक में महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उन्होंने द्वारकाधीश मंदिर में राष्ट्र के कल्याण के लिए प्रार्थना भी की.

 

(वार्ता)


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