PM मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा, इमरजेंसी में देश को बना दिया गया था जेलखाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए 1975 में लगी इमरजेंसी को देश की काली घटना बताया.
1975 में लगी इमरजेंसी देश की काली घटना |
प्रधानमंत्री ने आज 'मन की बात' की शुरुआत किसानों की मेहनत और अच्छी बारिश से की. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह से देश के विभिन्न हिस्से से बारिश को लेकर सकारात्मक खबरें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक बता रहे हैं, इस बार बारिश अच्छी होगी. देश में जैसे किसान मेहनत करता है, वैज्ञानिक भी देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिये बहुत सफलताएं प्राप्त कर रहे हैं.
उन्होंने इंडियन एयरफोर्स की 3 महिला फाइटर पायलट्स का भी जिक्र किया और उन्हें शुभकामनाएं दी. प्रधानमंत्री ने मन की बात में योग दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ की इमारत के ऊपर योगासन की भिन्न-भिन्न कृतियों का विशेष प्रोजेक्शन किया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के जरिए 1975 में भारत में लगी इमरजेंसी को याद करते हुए उसे देश की काली घटना बताया. पीएम ने कहा कि 'लोकतंत्र ने हमें बड़ी ताकत दी है, लेकिन 26 जून, 1975 एक दिन था जब भारत में इमरजेंसी लागू किया गया. नागरिकों के सारे अधिकारों को खत्म कर दिया गया और देश को जेलखाना बना दिया गया.
पीएम ने आगे कहा '26 जून को आपसे बात कर रहा हूँ, तब इस बात को न भूलें कि हमारी ताकत लोकतंत्र है,हमारी ताक़त लोक-शक्ति है, हमारी ताकत एक-एक नागरिक है. ये बातें किसी देश के लिए बहुत बड़ी शक्ति का रूप हैं. भारत के लोकतान्त्रिक शक्ति का उत्तम उदाहरण आपातकाल में प्रस्तुत हुआ है.'
प्रधानमंत्री ने योगा से होने वाले स्वास्थ्य लाभ की चर्चा करते हुए कहा कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि योगा फाइट्स डायबिटीज के साथ अपने अनुभव सोशल मीडिया पर शेयर करें या मुझे नरेंद्र मोदी मोबाइल एप्प पर भेजें.
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में अघोषित आय रखने वालों का जिक्र करते हुए कहा कि जिन लोगों के पास अघोषित आय है, उनके लिये भारत सरकार ने एक मौका दिया है कि आप अपनी अघोषित आय को घोषित कीजिए. उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक अघोषित आय को घोषित करने के लिये विशेष सुविधा दी गयी है, जुर्माना देकर हम बोझ से मुक्त हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि स्वेच्छा से जो अघोषित आय के संबंध में जानकारी देंगे, सरकार किसी भी प्रकार की जांच नहीं करेगी. प्रधानमंत्री ने वैसे लोगों को सलाह देते हुए कहा कि अच्छा मौका है कि आप एक पारदर्शी व्यवस्था का हिस्सा बन जाइए, 30 सितंबर तक की ये योजना है, इसको आखिरी मौका मान लीजिए.
गौरतलब है कि पीएम मोदी का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दिल्ली में इमरजेंसी लगा दी है.
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