आईएसआई जासूसों का नेटवर्क ध्वस्त, BSF कर्मी समेत पांच गिरफ्तार

Last Updated 30 Nov 2015 06:50:20 AM IST

देश के रक्षा मामलों से संबंधित महत्वपूर्ण गोपनीय दस्तावेजों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को मुहैया कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है.


आईएसआई जासूसों का नेटवर्क ध्वस्त.

भारतीय गुप्चर एजेंसियों और पुलिस को बीएसएफकर्मी और चार संदिग्ध आईएसआई सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ दो अलग-अलग घटनाओं में रविवार को जम्मू और कोलकाता में आईएसआई से जुड़े एक जासूसी नेटवर्क का खुलासा करने में कामयाबी मिली है. इनके पास से बरामद गुप्त दस्तावेजों में परमाणु योजनाओं और रक्षा मामलों की जानकारियां भी शामिल हैं. पुलिस ने अभी इस बात का खुलासा नहीं किया है कि जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल में सक्रिय पाक जासूसों का आपस में किस तरह का नेटवर्क था.

दिल्ली और जम्मू में पकड़े गए आरोपियों की पहचान अब्दुल रशीद तथा कफैतुल्ला खान उर्फ मास्टर रजा के तौर पर की गई. इनमें अब्दुल रशीद सीमा सुरक्षा बल में बतौर हवलदार तैनात बताया जाता है, जबकि कफैतुल्ला उर्फ रजा खान पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहा था. कफैतुल्ला खान पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) का हैंडलर है और रशीद उसका मुख्य सूत्र था. उनके द्वारा चलाए गए गिरोह को पाकिस्तानी की आईएसआई का समर्थन था.  कोलकाता में एसटीएफ ने एक मजदूर, उसके बेटे और एक अन्य रिश्तेदार को आईएसआई से कथित संपर्क को लेकर गिरफ्तार किया गया.

 दिल्ली में संयुक्त पुलिस आयुक्त रविन्द्र यादव के अनुसार एसीपी केपीएस मल्होत्रा की टीम को केंद्रीय खुफिया ब्यूरो की तरफ से 26 नवम्बर को जानकारी मिली थी कि देश के महत्वपूर्ण सामरिक रक्षा विभागों से संबंधित गोपनीय दस्तावेज की सूचनाएं लीक की जा रही हैं और गोपनीय दस्तावेज को अवैध तरीके से सीमा पार भेजा जा रहा है. छानबीन में बीएसएफ में तैनात एक हवलदार का भी नाम सामने आया. इस जानकारी के बाद पुलिस टीम ने पहले तो पाक जासूस को धर-दबोचा, इसके बाद आरोपी हवलदार को पकड़ा गया.

सूत्रों ने दावा किया कि बरामद किए गए दस्तावेजों में देश के महत्वपूर्ण परमाणु योजनाओं समेत अन्य रक्षा से संबंधित गोपनीय दस्तावेज आदि शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक जांच टीम को यह भी जानकारी मिली कि सारी गोपनीय सूचनाएं तथा दस्तावेज सीमा सुरक्षा बल में तैनात एक हवलदार पाक की खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले कैफतउल्लाह खान नामक पाक एजेंट को प्रदान करता है और यह पाक एजेंट भोपाल जाने के लिए जम्मू से दिल्ली आने वाला है. इस जानकारी के बाद पुलिस टीम ने जाल बिछाकर कैफतउल्लाह खान नामक आरोपी को धर दबोचा और हवलदार जम्मू से पकड़ा गया.

दोनों आरोपियों से हुई गहन पूछताछ में पता चला है कि पाक एजेंट कफैतुल्ला खान मूल तौर पर जम्मू व कश्मीर के राजौरी जिले का रहने वाला है . वह इस समय जम्मू के मांजाकोट एक स्कूल में बतौर लाइब्रेरी सहायक काम भी कर रहा है. आरोपी पाक एजेंट ने बताया कि करीब दो साल पहले वह पाकिस्तान गया था. जहां उसकी मुलाकात आईएसआई के लिए काम करने वाले कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से हुई थी. उनलोगों ने उसे भारत में रहते हुए रक्षा, भारतीय सेना, वायुसेना, परमाणु योजनाओं समेत कई अन्य रक्षा से संबंधित  गोपनीय दस्तावेज भेजने के लिए कहा था और इस एवज में उसे मोटी राशि दिए जाने का भी लालच दिया गया था. जिसके बाद वह आईएसआई के देखरेख में काम करने लगा.

पकड़े गए जासूस ने बताया कि वह सारी गोपनीय सूचनाएं ईमेल, व्हाट्सएप तथा बाइबर के जरिये पाकिस्तान भेजता था और इस काम में हरसंभव मदद बीएसएफ में तैनात अब्दुल रशीद नामक हवलदार करता था. बताया जाता है कि पकडा गया हवलदार दबोचे गए पाक जासूस का रिश्तेदार भी है. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो पकड़े गए जासूस तथा बीएसएफ कर्मी ने रक्षा विभाग से संबंधित गोपनीय दस्तावेज को मुहैया कराए जाने में मदद करने वाले कुछ नौकरशाह तथा संबंधित विभागों में काम करने वाले कुछ कर्मियों के नाम व पते भी बताए हैं, जिनके वास्तवाकिता के बारे में अभी छानबीन किया जाना बाकी है. दबोचा गया बीएसएफ का हवलदार जम्मू में बीएसएफ के खुफिया विंग में लंबे अरसे से तैनात बताया जाता रहा है.

उधर, कोलकाता से मिली रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में एसटीएफ  ने एक मजदूर, उसके बेटे और एक अन्य रिश्तेदार को आईएसआई से कथित सम्पर्क को लेकर आज गिरफ्तार किया. एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गार्डन रिच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) में ठेके पर काम करने वाले मजदूर इरशाद अंसारी (51), उसके बेटे अशफाक अंसारी (23) और उसके रिश्तेदार मोहम्मद जहांगीर को आज अपराह्न इकबालपुर थाने के तहत डॉ. सुधीर बोस रोड से गिरफ्तार किया गया.  उन्होंने कहा कि सभी आरोपी महानगर के गार्डन रिच इलाके के निवासी हैं.



उन्होंने कहा कि आईएसआई से संबंधों का खुलासा करने वाले कई दस्तावेज बरामद करने के अलावा एसटीएफ ने इरशाद से दो लाख रूपये के फर्जी भारतीय नोट बरामद किया जबकि अशफाक और जहांगीर से डेढ़ लाख रूपये के फर्जी नोट बरामद किए गए. अधिकारी ने बताया, ‘इरशाद से जीआरएसई और नेताजी सुभाष गोदी का हाथ से बनाया हुआ मानचित्र भी बरामद किया जो काफी समय से युद्धपोत बनाने वाली कंपनी में काम कर रहा था. हम जांच कर रहे हैं कि उसके इरादे क्या थे या क्या उसने किसी अन्य संवेदनशील इलाके का मानचित्र भी पाकिस्तानी एजेंसी को भेजा है या नहीं.’ तीनों पर भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.  

कोलकाता पुलिस के सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इरशाद और जहांगीर दोनों के पाकिस्तान के कराची में रिश्तेदार हैं और पड़ोसी देश के दौरे के समय आईएसआई ने उन्हें ‘‘अपने एजेंट के तौर पर नियुक्त किया.’ कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इरशाद और जहांगीर दोनों दस वर्षों से ज्यादा समय से आईएसआई एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे और उनका मुख्य काम भारत से सूचनाएं भेजना था.’ उन्होंने कहा, ‘वे कई वर्षों से पाकिस्तान जा रहे थे और वहां आईएसआई उन्हें विशिष्ट कायरें का प्रशिक्षण देती थी. हम उनकी भूमिकाओं की जांच कर रहे हैं.’

 

 



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