नेपाल में बंधक 13 भारतीय जवान मुक्त

Last Updated 30 Nov 2015 06:39:43 AM IST

किशनगंज जिले से लगे सीमावर्ती इलाके में तस्करों का पीछा करते हुए नेपाल की सीमा में घुस आये सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 13 जवानों को नेपाल के नागरिकों ने बंधक बना लिया, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी.




नेपाल में बंधक 13 भारतीय जवान मुक्त (फाइल फोटो)

हालांकि बाद में  पिलर संख्या 119 (9) के निकट नेपाली पुलिस के डीएसपी भीम दहाल एवं एसएसबी के द्वितीय सेनानायक डीबी नेगी से संयुक्त वार्ता के बाद सौंपने तथा प्राप्त करने के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के बाद इस हाई वोल्टेज ड्रामा का पटाक्षेप हो गया.

जवानों को रविवार की सुबह 6 बजे नेपाली नागरिकों ने बंधक बना लिया था. बंधक बने जिन जवानों को मुक्त कराया गया उनमें मनमोहन बोरा, अनिरुद्ध विश्वास, पवन कुमार, रोहन कुमार, राम प्रसाद, नरेंद्र कुमार, पोलिन दास, एसएम पाटिल, मंजेश, मंजू माते, अशोक कुमार, नरेंद्र सिंह एवं मुर शामिल  हैं.

बताया जाता है कि रविवार को तड़के पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पिलर संख्या 119 (9) पर नाका लगाये जीडी पवन कुमार एवं रोहन कुमार ने कुछ तस्करों को देखा. इन तस्करों का पीछा करते हुए ये दो जवान भूलवश पिलर संख्या 120 एवं 121 के बीच खुटामनी (कचना) के निकट नेपाल के  भूभाग में चले गये, जहां ग्रामीणों ने इन्हें पकड़ कर बंधक बना लिया. उस समय इनके पास हथियार नहीं थे.

जब बीएसएफ को इस घटना की सूचना मिल तो अपने साथियों को छुड़ाने के लिए बिना हथियार के पांच और जवान वहां पहुंचे. इनलोगों ने नेपाली नागरिकों को समझाने की कोशिश की, पर इसके विपरीत नेपाली नागरिकों ने इन्हें भी बंधक बना लिये गये. बंधक बनाये गये ये सात जवान एसएसबी कद्दूभीट्ठा कंपनी के थे. बंधक बनाये जाने की खबर पर सुखानी कंपनी के छह और जवान चार इंसास और दो कारबाइन के साथ नेपाल घुस गये.

फलत: ये सारे लोग यहां के ग्रामीणों के हत्थे चढ़े गये. ग्रामीणों ने इनके हथियार भी छीन लिये. इसी बीच मौका ए वारदात पर नेपाली डीएसपी भीम दहाल के नेतृत्व में नेपाली पुलिस बल ने जवानों को अपनी सुरक्षा में लेकर छीने गये एसएसबी के हथियारों को भी अपने कब्जे में ले लिया. इस बीच नेपाल की कई राजनीतिक पार्टियों ने भारत विरोधी नारे लगाये एवं कहा कि सीमा सील होने की वजह से हम भूखे मर रहे हैं. इसलिए हम इन्हें नहीं छोड़ेंगे.



हालांकि घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ कामिनी बाला, सुखानी एवं जियापोखर थानाध्यक्ष घटनास्थल पर आ गये थे. बताते चले कि बीती रात  इसी जगह से तस्कर कर ले जाये जा रहे 1500 लीटर एवं सुबह 200 लीटर तस्करी का पेट्रोल एसएसबी जवानों ने जब्त किया था.

उल्लेखनीय है कि चार दिन पूर्व बिहार में सीमा से लगे सुपौल जिले के भीमनगर में आवश्यक वस्तुओं की तस्करी रोकने का प्रयास कर रहे एसएसबी के जवानों पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया था. इसके बाद बल के जवानों से राइफल छीनने की कोशिश गयी जिसमें जवानों को आत्मरक्षार्थ हवा में चार चक्र गोलियां चलानी पड़ी थी.

नेपाल में इन दिनों मधेशी आंदोलन के कारण आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं की बड़ी किल्लत है और बिहार के रास्ते ये वस्तुयें और पेट्रोलियम पदार्थ नेपाल ले जाये जा रहे हैं.

 

 



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