गुजरात के एक और लेखक ने लौटाया साहित्य अकादमी पुरस्कार
वडोदरा के लेखक और कवि अनिल जोशी ने घोषणा की है कि वह हाल में तर्कवादी एम एम कलबुर्गी और कुछ अन्य लोगों की हत्याओं को लेकर अपना साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटा देंगे.
(फाइल फोटो) |
जोशी की ओर से यह निर्णय एक अन्य लेखक गणोश देवी द्वारा इसी कारण का उल्लेख करते हुए अपना साहित्य पुरस्कार लौटाने की घोषणा किये जाने के एक दिन बाद किया गया है.
हाल में मुम्बई से यहां रहने आये 76 वर्षीय जोशी के अनुसार उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार 1990 में उनके निबंधों के संग्रह ‘स्टेच्यू’ के लिए गुजराती भाषा वर्ग में दिया गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे 1990 में पुरस्कार दिया गया था. लेकिन अब मैंने पुरस्कार को लौटाने का निर्णय किया है क्योंकि मेरा मानना है कि इसका कोई महत्व नहीं जब कलबुर्गी, (गोविंद) पानसरे और (नरेंद्र) दाभोलकर जैसे लोगों की हत्या की जा रही है. मैं आने वाले दिनों में अपने निर्णय के बारे में अकादमी को एक औपचारिक पत्र लिखूंगा.’’
उन्होंने अभद्र बयानबाजी करने वाले नेताओं की निंदा की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे नेताओं पर रोक लगाने में असफल रहे हैं.
Tweet |