फरीदाबाद मेट्रो के लिए बस एक दिन का इंतजार

Last Updated 05 Sep 2015 06:26:37 AM IST

नई दिल्ली के आईटीओ से फरीदाबाद तक मेट्रो के कूल सफर के लिए अब बस एक दिन का इंतजार है.


फरीदाबाद मेट्रो के लिए बस एक दिन का इंतजार.

रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फरीदाबाद से इस लाइन पर मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे. दिल्ली मेट्रो पहली बार हरियाणा के सैटेलाइट शहर फरीदाबाद जा रही है. मेट्रो लाइन जहां संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है तो दिल्ली मेट्रो के साथ-साथ हरियाणा सरकार अब इस लाइन के उदघाटन समारोह की तैयारियों में लगी है.

मेट्रो विस्तार के तीसरे चरण में केन्द्रीय सचिवालय से बदरपुर मेट्रो लाइन का बदरपुर से फरीदाबाद के एस्कॉर्ट्स मुजेसर तक मेट्रो का विस्तार किया गया है जबकि उत्तरी दिल्ली में इस लाइन का विस्तार केन्द्रीय सचिवालय से लालकिला होते हुए आईएसबीटी कश्मीरी गेट तक विस्तार किया जा रहा है और आईटीओ तक मेट्रो का संचालन शुरू भी हो चुका है. दक्षिणी छोर में इस लाइन का अब फरीदाबाद तक संचालन शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली गई है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस लाइन के उदघाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया है. फरीदाबाद से बल्लभगढ़ तक इस कॉरीडोर को बढ़ाया जा रहा है. पूरी लाइन पर संचालन शुरू होने के बाद इस लाइन पर यात्री कश्मीरी गेट से बल्लभगढ़ तक सीधे सफर कर सकेंगे. इस लाइन की  लम्बाई 46.60 किलो मीटर होगी और इस पर 34 मेट्रो स्टेशन होंगे. इनमें से पांच इंटरचेंज स्टेशन होंगे जो कश्मीरी गेट, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, लाजपत नगर और कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन होंगे.

इस एलीवेटड लाइन को बनाने के लिए 27 मीटर लंबे पूर्व निर्मित यू-र्गडर निर्माण स्थल पर लाए गये, जिनके लिए इस कोरीडोर पर विशाल 400 और 500 टन की क्रेन लगाई गई. लाइन के लिए फरीदाबाद में पूर्व निर्मित पोर्टल बीम का उपयोग किया गया है. टोल प्लाजा के पास इस लाइन को सड़क के एक ओर से दूसरी ओर लाया गया है, इस हिस्से में एलाइनमेंट कर्व 300 मीटर की लंबाई पर लगभग 5 गुना है.



निर्माण कार्य के लिए व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर भारी मशीनों का उपयोग एक बड़ी चुनौती थी. सभी महत्वपूर्ण चौराहों पर यह सुनिश्चित करने के लिए यातायात कार्मिकों की तैनाती की गई थी कि भारी ट्रक, बसें और अटोरिक्शा किसी असुविधा के बिना यहां से गुजर सकें. डीएमआरसी को यह भी सुनिश्चित करना था कि मेट्रो निर्माण के समानांतर चलने वाले पांच फ्लाइओवरों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं हो. यह कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नजदीकी संपर्क में किया गया था.

स्टेशनों का निर्माण : इस मेट्रो कोरीडोर का मथुरा रोड पर 66 मीटर चौड़ी सड़क पर एलाइनमेंट किया गया है. इस लाइन के स्टेशन सड़क पर निर्मित प्रारूपिक मेट्रो स्टेशनों की तुलना में राजमार्ग से अधिक अच्छी तरह दिखाई देते हैं. इसलिए  इन स्टेशनों के एलिवेशन को एक अच्छा रूप देने की कोशिश की गई है. स्टेशन का बाहरी प्रवेश द्वार पेंट, एसीपी क्लेडिंग, संरचनात्मक ग्लेजिंग, एल्युमिनियम विंडो और सुंदरतापूर्वक बनाए गए जीआरसी जाली दस्तकारी से सुंदर बनाया गया है. स्टेशन में आधुनिकतम साइनेज पण्राली होगी, जिस पर पाउडर कोटिड एल्युमिनियम के उभार वाले सेक्शन बक्स, पली काबरेनेटिड शीट और विनाइल से पेस्ट किए गए अक्षर और एलईडी लाइट फिक्चर के साथ ग्राफिक जगमगाएंगे. सभी स्टेशनों और डिपों में सौर विद्युत संयंत्र स्थापित किए गए हैं इन सौर विद्युत संयंत्रों द्वारा 1.9 मेगावट पीक की कुल उत्पादन क्षमता के साथ इन्हें रेस्को (अक्षय ऊर्जा आपूर्ति कंपनी) मॉडल के तहत स्थापित किया गया है.

 

 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment