नरेन्द्र मोदी से ज्यादा चीन के राष्ट्रपति पर भरोसा करते हैं पाकिस्तानी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भले ही दुनिया भरोसा करें लेकिन पर पाकिस्तानियों को रत्ति भर उनपर यकीन नहीं है. उनका मोदी से ज्यादा चीन के राष्ट्रपति पर भरोसा है.
मोदी और चीनी राष्ट्रपति |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पाकिस्तानी भरोसा नहीं करते. पाकिस्तान के लोग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं. वाशिंगटन स्थित प्यू रिसर्च सेंटर की ओर से कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है.
सर्वे के मुताबिक सिर्फ 7 फीसदी पाकिस्तानी ही मोदी पर भरोसा करते हैं जबकि 59 फीसदी पाकिस्तानी कहते हैं कि उन्हें विश्वास है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग वैश्विक मंच पर सही काम करेंगे.
सर्वे 10 एशियाई देशों के 15 हजार लोगों के बीच किया गया. सर्वे का मकसद यह पता लगाना था कि वे क्षेत्र के हाई प्रोफाइल नेताओं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कितना भरोसा करते हैं (वैश्विक मामलों में).
सर्वे में जिन नौ देशों को शामिल किया गया, उनमें वियतना, ऑस्ट्रेलिया, जापान, फिलिपिंस, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, चीन, इंडोनेशिया और पाकिस्तान शामिल है.
मोदी पर वियतनाम के लोग सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं. वियतनाम के 56 फीसदी लोगों को भरोसा है कि वैश्विक मामलों को लेकर मोदी जो कर रहे हैं वो सही है.
ऑस्ट्रेलिया और जापान में मोदी को अच्छा समर्थन हासिल है. ऑस्ट्रेलिया के 51 फीसदी, जापान के 47 फीसदी, दक्षिण कोरिया के 39 फीसदी, मलेशिया के 34 फीसदी, चीन के 29 फीसदी, इंडोनेशिया के 28 फीसदी लोगों ने मोदी में भरोसा जताया है.
प्यू की रिपोर्ट के मुताबिक मोदी अभी भी पहचान के संकट से जूझ रहे हैं. नौ में से छह देशों के एक तिहाई या उससे ज्यादा लोगों ने मोदी को लेकर पूछे गए सवाल पर कोई राय नहीं दी.
जापान के लोग चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर सबसे कम भरोसा करते हैं, जबकि मलेशिया के लोग चीनी राष्ट्रपति पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं.
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर मलेशिया के 73 फीसदी लोग भरोसा करते हैं.
उन पर दक्षिण कोरिया के लोग सबसे कम भरोसा करते हैं. दक्षिण कोरिया के सिर्फ 7 फीसदी लोग ही आबे पर भरोसा करते हैं.
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