ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गए भारतीय युवाओं पर ISI और ISIS की नजर
पाकिस्तान के बाद अब आस्ट्रेलिया भारत विरोधी गतिविधियों का नया अड्डा बनता जा रहा है.
ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गए भारतीय युवाओं पर आईएसआई और आईएसआईएस की नजर |
खुफिया विभाग ने केंद्र सरकार को जो सूचना दी है, वह बेहद संवेदनशील है. आस्ट्रेलिया में आईएसआईएस के संपर्क में कई राज्यों के युवा विशेषकर जम्मू-कश्मीर के युवा आ गए हैं और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो गए हैं.
आईएसआईएस ने अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से आस्ट्रेलिया में भारतीय विरोधी गतिविधियां जोरों पर शुरू कर दी हैं और भारतीय युवाओं को जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने आस्ट्रेलिया जाते हैं, उनसे संपर्क साधकर जेहाद के नाम पर प्रभावित किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग को कुछ ऐसे सबूत हाथ लगे हैं, जिससे साफ हो रहा है कि न सिर्फ कुछ सिख संगठनों द्वारा भारत के खिलाफ चलाई जा रही गतिविधियां जोरों पर हैं, बल्कि सीरिया और इराक में भारत के कुछ प्रदेशों खासतौर पर तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के युवा यहां जाकर भारत के खिलाफ चल रही आतंकी गतिविधियों में जेहाद के नाम पर हौसले बुलंद कर शामिल हो रहे हैं.
खुफिया सूत्रों के अनुसार इन सारी गतिविधियों में ऐसे भी युवा दिलचस्पी ले रहे हैं, जो कि आस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए गए हुए हैं. और तो और कुछ का सीधा संबंधी आईएसआईएस से है.
खुफिया विभाग को इसी दौरान चार ऐसे युवकों का पता चला, जो मुंबई से आस्ट्रेलिया पढ़ाई के लिए गए थे, लेकिन वे अंतत: सीरिया में चल रहे ‘ग्लोबल जेहाद’ में भाग लेने लगे. खुफिया सूत्रों के अनुसार ‘आदिल फयाज वाडा’ जो जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है, वह जॉर्डन के रास्ते 21 जून, 2013 को टर्की चला गया. उसका पासपोर्ट नंबर डी-4045826 था. सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग ने कहा कि आदिल फयाज वाडा को आतंकी गतिविधियों के बारे में उस समय ही सारी जानकारी थी, जिस समय वह आस्ट्रेलिया में था. खुफिया विभाग ने कहा है कि यह क्वींसलैंड में अपनी एमबीए की पढ़ाई करने के पश्चात रह रहा था और अपने चाचा डा. राऊफ जो सिडनी में रहते हैं, उनसे लगातार संपर्क बनाए रखा था. वह कुछ समय बाद ‘आस्ट्रेलियन स्ट्रीट डावा’ नामक स्वयंसेवी संगठन से जुड़ गया.
इस स्वयंसेवी संगठन का काम यही था कि सोशल मीडिया द्वारा इस्लाम धर्म को आस्ट्रेलिया से वि में कैसे फैलाया जाए.
सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग को वाडा के अलावा एक और भारतीय शख्स हाजा फखरुद्दीन उस्लाम अली जो बाद में सिंगापुर की नागरिकता ले ली है, वह भी जेहाद के लिए सीरिया गया. सूत्रों के अनुसार नवम्बर, 2013 में वह अपने परिवार के साथ इराक चला गया और उसके बाद आईएसआईएस के सीधे संपर्क में आ गया.
खुफिया विभाग ने कहा कि प्रारंभ में यह शख्स सीरिया में चेचेन्या में कुछ मुजाहिदीन के साथ रहा और उसके बाद उसकी आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया. उसके पश्चात वह कश्मीर, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ युवाओं को आईएसआईएस से प्रभावित कर जनवरी, 2014 में वापस चला गया. वह भारत आने के बाद भी वह हमेशा आईएसआईएस के संपर्क में रहा. उसके बाद वह जेहादी गतिविधियों में संलिप्त हो गया और भारत विरोधी चल रही आतंकी कार्यक्रम में शामिल होने लगा.
खुफिया सूत्रों ने कहा है कि एक तरफ जहां आस्ट्रेलिया में खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स को कुछ ऐसे तत्व भारत विरोधी गतिविधियों में शह दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ आईएसआई के कई ठिकाने भारत के खिलाफ आईएसआईएस द्वारा चलाए जा रहे अभियान का अड्डा बनता जा रहा है. खुफिया सूचना मिलने के बाद भारत सरकार ने आस्ट्रेलिया सरकार को उन ठिकानों की जानकारी दे दी है, जहां भारत विरोधी गतिविधियां चल रही हैं.
| Tweet |