भारत में भूकम्प के कारण 53 की जान गई, सैंकड़ो घायल
शनिवार को नेपाल के भूगर्भ से पैदा हुए भूचाल के कारण भारत में भूकम्प से मरने वालों की संख्या 53 हो गई है.
बिहार के मोतीहारी में भूकम्प के भय के कारण घरों के बाहर निकले लोग. |
शनिवार को नेपाल के भूगर्भ से पैदा हुए भूचाल ने भारत के कई राज्यों में दहशत फैलाई. बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भूकंप जनित घटनाओं में कम से 53 लोगों की जान चली गई. नेपाल से सटे बिहार के कई जिलों में भूकंप ने 38 लोगों को निगल लिया, जबकि 81 से अधिक लोग घायल हो गए. जलजले का असर उत्तर प्रदेश पर भी पड़ा. यहां 12 लोगों ने जान गंवाई. बीस से अधिक लोग घायल हो गए. पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से भूकंप का सर्वाधिक असर देखने को मिला. यहां तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 बच्चे घायल हो गए, जिनमें पांच की दशा गंभीर है. पूर्वाह्न 11: 41 बजे पहला झटका आते ही लोग घर छोड़कर बाहर की तरफ लपके. लखनऊ और कानपुर समेत कई शहरों में स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को क्लास रूम से निकालकर खुले मैदान में बैठा दिया.
पहले बात बिहार की- राज्य आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार के विभिन्न जिलों में भूकंप से 38 लोगों के मरने और 81 लोगों के जख्मी हो गए हैं. केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने यह जानकारी दी है. भूकंप के कारण पूर्वी चंपारण जिला में भूकंप से आठ तथा सीतामढ़ी जिले में छह लोगों की जानें गयी हैं. बाकी मौतें दरभंगा, सुपौल, सारण, मधुबनी, लखीसराय, अररिया, पश्चिम चंपारण और शिवहर जिलों में हुई.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के तौर पर 4 लाख रुपए दिए जाने तथा घायलों का इलाज मुफ्त कराए जाने की घोषणा की. दिल्ली से पटना लौटने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूकंप के मद्देनजर सचिवालय में प्रदेश के मुख्यसचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधानसचिव व्यासजी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधानसचिव ब्रजेश महरोत्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की तथा स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए.
उधर, लखनऊ से मिली रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सूबे के अधिसंख्य हिस्से शनिवार को भूकंप के झटकों से थर्रा उठे. जलजले के कारण छत तथा दीवार गिरने की घटनाओं में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई तथा 20 से ज्यादा अन्य घायल हो गए. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कई बार आए भूकंप की वजह से समूचे प्रदेश में भय और अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया और घबराए लोग अपने-अपने घरों, दफ्तरों तथा दुकानों से बाहर निकल आए. जलजले से कई मकानों तथा इमारतों में दरारें आ गई और टेलीफोन, इंटरनेट समेत दूरसंचार सेवाओं पर असर पड़ा. भूकम्पजनित हादसों से बाराबंकी, संतकबीरनगर और गोरखपुर में तीन-तीन तथा संतकबीर नगर, कानपुर देहात और श्रावस्ती में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करके भूकम्प से प्रदेश में उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया और प्रशासन को चौकस रहने के आदेश दिए. साथ ही उन्होंने जलजले के कारण हुए हादसों में मारे गए लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख तथा घायलों को 20-20 हजार रुपए सहायता देने का ऐलान किया है. इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों को भूकम्प से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश भी दिए हैं.
हवाई अड्डा निदेशक कार्यालय के मुताबिक मुंबई से काठमांडो जा रहे जेट एयरवेज के विमान संख्या 266 को आपात स्थिति में अपराह्न एक बजकर 23 मिनट पर लखनऊ हवाई अड्डे पर उतारा गया और ईधन भरने के बाद दो बजकर 41 मिनट पर उसे वापस मुम्बई रवाना कर दिया गया. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भूकम्प की सूचना मिलने पर स्कूलों में तत्काल छुट्टी करने का आदेश दे दिए. लखनऊ के अलावा प्रदेश के फिरोजाबाद, प्रतापगढ़, हरदोई, बलरामपुर, जालौन, नोएडा, बलिया, सीतापुर, फर्रखाबाद, अमेठी, मैनपुरी, गाजियाबाद, हाथरस, सिद्धार्थनगर, लखीमपुर खीरी, बरेली, वाराणसी, सुलतानपुर, रायबरेली समेत अनेक अन्य जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इनमें से अनेक स्थानों पर जलजले के कारण इमारतों में दरारें पड़ गई.
उधर कोलकाता से ब्यूरो के मुताबिक भीषण भूकंप के झटके देश के अन्य हिस्सों के साथ ही प.बंगाल में भी महसूस किए गए. राज्य के उत्तरी हिस्से में इसका सर्वाधिक असर पड़ा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य सचिवालय में दी गई जानकारी के मुताबिक, उत्तर बंगाल में भूकंप से तीन लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में जलपाईगुड़ी के मंगलू राय और नक्सलबाड़ी की रुकबान खातून शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से भूकंप के बारे में जानकारी ली है और हरसंभव मदद का आासन दिया है. राज्य सरकार की आठ सदस्यीय टीम को नुकसान का जायजा लेने के लिए उत्तर बंगाल के लिए रवाना कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं रविवार को इस क्षेत्र का दौरा करेंगी.
जानकारी के मुताबिक, भूकंप से सिलीगुड़ी में मकान और होटल में दरार आई है. सिलीगुड़ी में 12 लोगों के घायल होने की खबर है. यहां एक मकान की छत गिरने से मंगलू राय की मौत हो गई जबकि नक्सलबाड़ी में दीवार गिरने से रुकबान खातून नाम की महिला की मौत की खबर है. इसके अलावा, मालदा के रतुआ थाना अंतर्गत सूजापुर के बीएसबी हाईस्कूल में छत गिरने से 30 बच्चे घायल हो गए. इनमें से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है.
रायगंज (उत्तर बंगाल) में एक नवनिर्मित बहुमंजिला इमारत के गिरने की खबर है. वहीं, दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में भूकंप के झटके से शिमूलतला तालाब के निकट सड़क धंस गई. कोलकाता में भी भूकंप का प्रभाव देखा गया. महानगर में साउथ सिटी मॉल में दरार पड़ गई जबकि शाम तक महानगर के छह मकानों के क्षतिग्रस्त होने तथा पार्कस्ट्रीट फ्लाईओवर में दरार पड़ने की खबर है. यहां भूंकप के आतंक से लोग दफ्तरों और घरों से बाहर निकल आए थे. भूकंप के कारण कोलकाता मेट्रो सेवा भी कुछ समय के लिए बंद कर दी गई थी.
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