‘आप’ के संसदीय दल के नेता धर्मवीर गांधी को पद से हटाया
असंतुष्टों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए आप ने मंगलवार संसदीय दल के नेता पद से धर्मवीर गांधी को हटा दिया.
आम आदमी पार्टी ने संसदीय दल के नेता पद से धर्मवीर गांधी को हटा दिया. |
धर्मवीर गांधी की जगह केजरीवाल के वफादार भगवंत मान को संसदीय दल का नेता बनाया गया है. उल्लेखनीय है कि गांधी ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निष्कासित किए जाने के खिलाफ आवाज उठाई थी.
संभवत: इसी वजह से गांधी को साइड लाइन किया गया है. यह निर्णय भूषण, यादव, आनंद कुमार और अजित झा को देर रात पार्टी से निकाले जाने के कुछ घंटे बाद आया है.
पिछले साल लोकसभा चुनाव में पटियाला निर्वाचन क्षेत्र से परणीत कौर को बुरी तरह हराने वाले धर्मवीर गांधी भूषण और यादव को पार्टी के शीर्ष पदों से हटाए जाने के तरीके को लेकर पार्टी नेतृत्व के घोर आलोचक थे.
वह यहां तक कि 28 मार्च को अपना विरोध व्यक्त करते हुए आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से भी बाहर चले गए थे और बागी खेमे द्वारा 14 अप्रैल को आयोजित स्वराज संवाद में अपना संदेश भेजा था. गांधी को पद से हटाने के पार्टी के कदम का बचाव करते हुए आप नेता आशुतोष ने कहा कि निर्णय पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई ने लिया है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए.
भूषण और यादव पर हमला बोलते हुए मान ने कहा कि दोनों नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखाया गया. मान ने कहा,‘मैंने सदन में अधिकतम सवाल उठाए हैं, अधितम चर्चाओं में भाग लिया है और विभिन्न विधेयकों के खिलाफ आवाज उठाई है. यदि पार्टी मुझे और जिम्मेदारी देना चाहती है तो मैं उन्हें उठाने के लिए तैयार हूं.’ पंजाब के संगरूर से सांसद मान तब खुलकर अरविन्द केजरीवाल के समर्थन में आ गए थे जब पार्टी दो खेमों के बीच जबर्दस्त टकराव से गुजर रही थी.
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