हंगामेदार रहेगा पंजाब विधानसभा का सत्र, मजीठिया को ईडी ने भेजा सम्मन
पंजाब विधानसभा के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं.
मजीठिया ने बढ़ाई सरकार की मुश्किलें (फाइल फोटो) |
मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भाजपा को राज्य में नशीली दवाओं के दुरुपयोग सहित कई सारे मुद्दों पर पूरी तरह से घेरने की तैयारी कर ली है.
दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देने के साथ तीन दिनों की संक्षिप्त अवधि के लिए विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है. कांग्रेस ने संक्षिप्त सत्र रखने के लिए यह दावा करते हुए अकाली दल -बीजेपी पर हमला बोला है कि राज्य सरकार राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस से दूर भागना चाहती है.
विपक्ष के नेता सुनील कुमार जाखड़ ने सत्र का वर्णन ‘लोकतंत्र की हत्या’ के रूप में करते हुए कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग, खराब राजकोषीय स्थिति, शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचना की खराब स्थिति, धान खरीद के भुगतान में हो रही देरी, बेरोजगारी और राज्य में व्याप्त अराजकता समेत कई सारे प्रमुख मुद्दों को कांग्रेस उभारना चाहती है.
ड्रग्स तस्करी के आरोप में राजस्व मंत्री को सम्मन
पंजाब के राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को विधानसभा सत्र शुरु होने के एक दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय के सम्मन भेजे जाने के मामले में पंजाब की राजनीति में हलचल मच गयी है.
मजीठिया के खिलाफ 6000 करोड़ रुपये के ड्रग्स तस्करी करने का आरोप है. मजीठिया ने ईडी को जांच की प्रकिया में मदद करने का आश्वासन दिया है.सम्मन में मजीठिया को 26 दिसंबर को पेशी के लिए बुलाया गया है.
उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि जब मेरे घर सम्मन भेजा गया तो उस वक्त मैं घर में मौजूद नहीं था. जब मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने जांच कर रही एजेंसी को फोन करके उनके अधिकारियों को सहयोग करने का वादा किया और अपने कर्मचारी को सम्मन ग्रहण करने का आदेश दिया.
उधर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मजीठिया के समर्थन में दिख रहे हैं. बादल का कहना है कि किसी को सम्मन मिलने का मतलब यह नहीं होता कि वह अपराधी है.
गौरतलब है कि मजीठिया की बहन हरसिमरत कौर बादल पंजाब की उपमख्यमंत्री के साथ शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल की पत्नी हैं.
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