झूठे दहेज केस पर पति को तलाक देने का हक: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पत्नी पति और परिवार पर दहेज का झूठा केस करती है तो पति को तलाक लेने का हक है.
पति पर झूठा केस,तलाक का आधार (फाइल फोटो) |
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने दहेज के एक ऐसे ही मामले में कहा कि हमने साफ तौर पर इस केस में पाया कि केस करने वाले श्रीनिवास पर उनकी पत्नी सुनीता ने झूठा केस किया था. इस तरह की एक शिकायत किसी को जिंदगी भर परेशानी में डाल सकती है. कोर्ट ने इस मामले में दोनों को तलाक देने की मंजूरी दी.
20 साल पुराने इस मामले में 30 जून 1995 में पत्नी के ससुराल छोड़ने के बाद पति ने 14 जुलाई 1995 तलाक के लिए केस दाखिल किया था. पति के केस करने के बाद पत्नी ने पति समेत ससुराल वालों के खिलाफ दहेज कानून से जुड़ी कई मामलों में केस दर्ज करवा दिया.
शिकायत के आधार पर पति और उसके परिवार के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि30 जून 2000 में हैदराबाद की एक अदालत ने सुनवाई के दौरान पत्नी की ओर से दाखिल किया केस झूठा साबित हुआ. लेकिन पत्नी की अर्जी पर हाई कोर्ट ने तलाक के फैसले को एक तरफ कर दिया.
अपने पति और उसके परिवार के लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत के लिए दर्ज पत्नी के बयान पर न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन और पीसी पंत ने कहा, \'यह स्पष्ट रूप से इस तथ्य को मजबूत करता है कि शिकायत किसी काम के बाद सोचकर लिया गया कदम था. हम हाई कोर्ट के रुख से सहमत है कि केस दर्ज कराने के लिए दी गई सलाह सही नहीं थी.
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