अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील : गुमनाम देशों के रास्ते दलाली की रकम आती थी भारत
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील की जांच कर रही भारतीय जांच एजेंसियों को पहली बार एक ऐसे देश का पता चला है, जिसके रास्ते से दलाली की रकम को भारत भेजा जाता था.
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर (फाइल फोटो) |
करीब 3600 करोड़ रुपए की अगस्ता वेस्टलैंड डील में दलाली की रकम भारत में फाइनेंस नेटवर्क के द्वारा सिंगापुर से तो आती ही थी सेसल्स भी दलाली की रकम आने का पहली बार खुलासा हुआ है.
सूत्रों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि भारत में दलाली की रकम पहुंचाने में सेसल्स स्थित दो कंपनी और सिंगापुर स्थित एक कंपनी की भूमिका अहम थी. सीबीआई और ईडी दोनों इस बात का मन बना रहे हैं कि सिंगापुर और सेसल्स की एजेंसियों से संपर्क साधकर जानकारी एकत्र की जाए. जरूरत पड़ी तो इन देशों में एलआर भी भेजी जाए.
अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि भारत में दलाली की रकम कई देशों खासतौर से मॉरीशस और ट्यूनेशिया स्थित कंपनियों के द्वारा रूट किया जाता था, लेकिन सेसल्स से कनेक्शन सामने आने के बाद जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं और भारत में कुछ और व्यक्तियों से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही हैं.
जांच में यह पाया कि मॉरीशस स्थित निजी कंपनी जिसमें करीब पांच-पांच करोड़ की रकम कई किस्तों में गैरकानूनी चैनल से भारत पहुंचाई गई.
इस बात का भी खुलासा किया गया कि ट्यूनेशिया और मॉरीशस स्थित दो कंपनियों की शाखा सेसल्स में भी है. इसके तहत रकम को करीब 30 अलग-अलग लोगों के द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था. इन्हीं लोगों के द्वारा धन को रूट कराया जा रहा था.
अभी तक की जानकारी में दो ऐसी कंपनियों के नाम जांच एजेंसियों को मिला है, जिनकी शाखा तीन देशों में मॉरीशस, ट्यूनेशिया और सेसल्स में हैं. दूसरी तरफ दो कंपनी की शाखा मॉरीशस, सेसल्स, सिंगापुर और ट्यूनेशिया में भी है. हाल ही में ईडी ने गौतम खेतान को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ की.
हालांकि उन्होंने उन लोगों के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने कुछ खातों की सूची जरूर दी है.
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