अनंत गीते ने कहा, मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं
महाराष्ट्र में भले ही शिवसेना का भाजपा से नाता टूट गया है लेकिन शिवसेना एनडीए से फिलहाल संबंध तोड़ने के पक्ष में नहीं नज़र आ रही है.
अनंत गीते (फाइल फोटो) |
भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते के केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की संभावना से इंकार करने और एनडीए से नाता तोड़ने को लेकर शिवसेना के अभी तक अपना मन नहीं बना पाई है. इसके चलते ऐसा लगता है कि वह अभी सारे दरवाजे बंद करने को तैयार नहीं है.
गीते ने संवाददताओं के सवालों के जवाब में कहा कि मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है. उनका कहना था कि यह खबर एकदम गलत है कि उन्हें इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा, जब उन्हें किसी ने इस्तीफा देने को कहा ही नहीं है तो उनके इस्तीफा देने का सवाल कहां से आ गया.
उन्होंने कहा कि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनाने में शिवसेना का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
गीते ने कहा कि अगर उन्हें शिवसेना प्रमुख की तरफ से इस आशय के निर्देश आयेंगे तो वह उसका अवश्य पालन करेंगे.
उन्होंने कहा, "मैं एक कर्मठ शिव सैनिक हूं और मेरे नेता जो भी कहेंगे उसका मैं पालन करूंगा."
उल्लेखनीय है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे से वापस आने के बाद गीते अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. लेकिन बुधवार को अपने निवास मातोश्री में संवाददाता सम्मेलन में वह अपनी बात से पलटते नजर आये.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना का भाजपा के साथ गठबंधन टूट गया है लेकिन एनडीए में बने रहने के बारे में वह प्रधानमंत्री से विचार-विमर्श के बाद ही कोई फैसला करेगी. इससे ऐसा लग रहा है कि शिवसेना एनडीए से फिलहाल संबंध तोडने के पक्ष में नहीं है.
ठाकरे का कहना था कि पहले एनडीए को केन्द्र में सत्ता में लाने में मदद करना और फिर इस गठबंधन से अलग होना इतना आसान नहीं है. जो भी सांसद चुने गये हैं या जो नहीं भी जीते हैं उन्हें शिवसेना और भाजपा दोनों के ही वोट मिले हैं.
उन्होंने कहा इस बारे में कोई भी फैसला प्रधानमंत्री से विचार के बाद ही लिया जायेगा. साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी ध्यान में रखा जायेगा.
Tweet |