महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : राज ठाकरे ने फिर छेड़ा परप्रांतीय विरोध का मुद्दा
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मुखिया राज ठाकरे ने विधानसभा चुनाव में एक बार फिर परप्रांतीय विरोध का मुद्दा उठाया है.
राज ठाकरे ने फिर छेड़ा परप्रांतीय विरोध का मुद्दा (फाइल फोटो) |
राज ने मंगलवार को अमरावती में एक सभा में कहा, सूबे में काम कर रही निजी सुरक्षा एजेंसियां बड़े पैमाने पर दूसरे प्रांतों से आने वाले युवकों को नौकरी देती हैं. यदि मैं सत्ता में आया तो इन एजेंसियों को बंद कर राज्य सरकार की सुरक्षा एजेंसियां शुरू करूंगा, जिसमें सिर्फ महाराष्ट्र के युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी.
महाराष्ट्र में 120 सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाले राज ने मराठियों के ध्रुवीकरण की मंशा से जनसभा में कहा,सूबे में मनसे की सरकार बनी तो मराठियों के अधिकार सर्वोपरि होंगे.
उधर सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि सूबे में निजी सुरक्षा एजेंसियों के जरिये पांच लाख व मुंबई में पौने दो लाख गार्ड हाउसिंग सोसायटियों, औद्योगिक व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सेवाएं दे रहे हैं. इनमें से 70 फीसद महाराष्ट्र के ही हैं.
गौरतलब है कि एनएनएस चीफ के बेटे अमित ठाकरे ने भी चुनाव प्रचार में एंट्री ले चुके हैं. अमित ने मंगलवार को पोइसर में पदयात्रा की. यह इलाका पूरी तरह से उत्तर भारतीय और हिंदी भाषी बहुल इलाका है.
इस इलाके में उनकी पदयात्रा को जानबूझकर प्लान किया गया था, ताकि एमएनएस और उत्तर भारतीयों के बीच की खाई को कम किया जा सके. जूनियर राज ठाकरे ने भी यहां प्रचार के दौरान विवादास्पद मुद्दों के बजाए विकास और सुराज के मुद्दे पर समर्थन मांगा.
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