आडवाणी बनाए गए एथिक्स कमेटी के चेयरमैन
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को 16 वीं लोकसभा की एथिक्स कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (फाइल फोटो) |
लोकसभा उपाध्यक्ष डा. थम्बीदुरई को छोटी समितियां लेने से मना करने के बाद एमपीलैड समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. यह कमेटी पहली बार बनाई गई है. इस बार एक ही स्वभाव के मुद्दों पर तीन कमेटियों का गठन किया गया है.
लोकसभा अध्यक्ष ने मंगलवार को कुछ और कमेटियों का गठन किया. अभी तक कुल 33 कमेटियां बन चुकी हैं. आज के निर्णय काफी महत्वपूर्ण हैं. लालकृष्ण आडवाणी को भाजपा के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया और सरकार में भी उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई थी जबकि वह लोकसभा अध्यक्ष बनने के इच्छुक थे.
मंगलवार को आडवाणी को लोकसभा की एथिक्स कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. यह कमेटी सांसदों के सदन और सदन के बाहर खराब आचरण की जांच करती है. इसके साथ ही प्रिविलेज या विशेषाधिकार समिति का अध्यक्ष एसएस आहलूवालिया को और प्रोटोकॉल संबंधी समिति का अध्यक्ष कांग्रेस के रायापति संभाशिव को बनाया गया है जबकि ये तीनों मुद्दे एक दूसरे से जुड़े होते हैं.
यदि ये सभी मुद्दे एथिक्स कमेटी को सौंपे जाते तो भी ठीक था, लेकिन सिर्फ चेयरमैन बनाने के लिए उन्हें पद सौंपा गया है. थम्बीदुरई ने कंप्यूटर कमेटी, लाइब्रेरी कमेटी और संसद की सुरक्षा संबंधी समिति लेने से मना कर दिया था. ये कमेटियां परंपरागत तौर पर उपाध्यक्ष को दी जाती हैं, लेकिन उन्होंने बड़ी कमेटी की मांग की थी. उनका मान रखने के लिए सांसदों की क्षेत्रीय विकास निधि (एमपीलैड) के लिए पहली बार कमेटी का गठन किया गया है.
दुरई इस समिति के अध्यक्ष होंगे. दुरई को लोकसभा की बजट कमेटी का भी अध्यक्ष बनाया गया है जिसके सदस्य प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष डा. मुरली मनोहर जोशी व पीएसी के अध्यक्ष डा. पीके थॉमस को सदस्य बनाया गया है. दुरई को प्राइवेट मेम्बर बिल संबंधी समिति का भी अध्यक्ष बनाया गया है. सांसदों के लिए कंप्यूटर खरीदने वाली समिति का अध्यक्ष पी कुमार को बनाया गया है.
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