लोकपाल आंदोलन : जश्न में डूबा पूरा देश

Last Updated 28 Aug 2011 09:07:45 AM IST

संसद में अन्ना की मांगों पर सहमति बनने और अनशन तोड़ने की घोषणा के साथ ही पूरा देश जश्न में डूब गया.


देशवासियों को जैसे ही पता चला कि सरकार अन्ना हजारे की मांगों पर सहमत हो गई है वे जीत का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर आ गए.

राजधानी दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, पटना, रांची, लखनऊ, बेंगलुरू, शिमला, जयपुर, रायपुर, गांधीनगर सहित पूरे देश में दीवाली जैसा माहौल बन गया.

दिल्ली में समर्थकों का उत्साह पूरे सबाब पर दिखाई दिया.

अन्ना हजारे समर्थक अपनी खुशी का इजहार करने के लिए तिरंगा लहराते और नारे लगाते हुए इंडिया गेट पहुंचे.

जबकि कुछ लोग देशभक्ति के गीतों पर झूमते नजर आए. लोग कारों से निकलकर जुलूस में शामिल हुए.
 

रायपुर में जीत का जश्न

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लोग जीत का जश्न मनाते देखे गए. शहर के बुद्धा तलाब इलाके में अन्ना हजारे समर्थकों ने पटाखे जलाए और विजय के उपलक्ष्य में नारे लगाए.


यहां एक समर्थक ने कहा कि यह लोगों की शक्ति है. इस शक्ति के चलते ही राजनीतिक पार्टियों ने एक सुर में अन्ना हजारे की मांग के अनुरूप प्रस्ताव पारित किया. यह पूरे देश की जीत है. हम बहुत खुश हैं.


राजधानी के अलावा बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ में भी लोगों ने जीत की खुशी का इजहार किया.

देशमुख ने सौंपा अन्ना को पत्र

संसद के दोनों सदनों में शनिवार को लोकपाल मुद्दे पर सहमति बनने के बाद केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख ने अन्ना हजारे को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पत्र सौंपा.

रामलीला मैदान के मंच पर 12 दिनों से अनशन पर बैठे गांधीवादी अन्ना हजारे और उनके सहयोगी अरविंद केजरीवाल के साथ मौजूद विलासराव देशमुख ने प्रधानमंत्री का पत्र वहां मौजूद हजारों समर्थकों को पढ़कर सुनाया.

इसके बाद अन्ना हजारे ने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जन लोकपाल की यह आधी जीत हुई है. पूरी जीत अभी बाकी है. यह युवा शक्ति की जीत है. यह जनता की जीत है. यह सामाजिक संगठन की जीत है. यह मीडिया की जीत है.

उन्होंने कहा कि रविवार सबेरे 10 बजे आप सभी की उपस्थिति में मैं अपना अनशन खत्म करना चाहता हूं, वह भी आपकी अनुमति से.

अन्ना हजारे ने इसके बाद समर्थकों से आग्रह किया वे जश्न जरूर मनाएं लेकिन ध्यान रखें कि इससे शांति भंग न हो और किसी को परेशानी न हो.

पटना में जश्न

प्रभावी लोकपाल विधेयक के तीन मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में प्रस्ताव पर सहमति जताने तथा गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन तोड़ने की घोषणा के साथ ही राजधानी पटना सहित बिहार के तमाम हिस्सों में खुशी की लहर दौड़ गई.

कई इलाकों में लोग घर से निकलकर सड़क पर आ गए.

पिछले 12 दिनों से अन्ना के समर्थन में पटना के कारगिल चौक पर धरना और अनशन पर बैठे लोग शनिवार देर शाम जश्न मनाने में मशगूल हो गए.

पूरा पटना मानो जश्न में डूब गया हो. कई मोहल्लों में लोगों ने पटाखे छोड़े तो कई लोगों ने मिठाइयां बांटी.

शिक्षाविद् एवं पटना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एल.एऩ चौधरी ने कहा कि यह वास्तव में जनता की जीत है. उन्होंने कहा कि आज लोगों ने दिखा दिया कि जनतंत्र, संसदतंत्र पर भारी है.

कुछ लोगों ने मंदिर में जकार भगवान को अन्ना हजारे की सेहत का ख्याल रखने के लिए धन्यवाद दिया.

पटना के अलावा राज्य के दरभंगा, पूर्णिया, सहरसा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर सहित कई जिलों से भी जश्न मनाए जाने की खबर है.

मुम्बई में खुशी की लहर

अन्ना हजारे के जन-अभियान ने जिस तरह संसद को प्रभावी लोकपाल विधेयक लाने की दिशा में कदम उठाने को बाध्य किया, इससे मुम्बई के लोगों में खुशी छा गई.

अंधेरी के एक व्यवसायी राजीव जैन ने कहा कि देश के लोग जो चाहते थे अन्नाजी ने उसे हासिल कर दिखाया और 12 दिनों के अनशन के बावजूद वह लगातार सुरक्षित और स्वस्थ हैं जो खुशी की बात है.

सामाजिक कार्यकर्ता वी.पी. सिंह ने कहा कि दशकों बाद पहली बार एक व्यक्ति एकमात्र मुद्दा भ्रष्टाचार पर आम आदमी को एकजुट करने में कामयाब रहा.

सिंह ने कहा कि यह लोकशक्ति का पराक्रम है जिसने सरकार और लोकसभा को मांगें मानने को विवश किया. इससे पूरी दुनिया में सकारात्मक संदेश जाएगा कि भारत का लोकतंत्र बहुत मजबूत है.

एक चिकित्सक हिमांशु मोदी ने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए एक प्रभावी विधेयक लाने के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई.

लेकिन एक गृहिणी रामया अय्यर ने चेताया कि सिर्फ एक विधेयक को पारित कर कानून बनाने से भ्रष्टाचार नहीं मिटेगा.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment