बढ़ती उम्र की महिलाओं का हेल्दी डाइट

Last Updated 06 Jul 2013 08:10:02 PM IST

हॉट फ्लैश मीनोपॉज का संकेत देने वाला मुख्य लक्षण है. इसे हेल्दी डाइट के जरिये नियंत्रित भी किया जा सकता है.


आमतौर पर मीनोपॉज से पूर्व महिलाएं \'हॉट फ्लैश\' का सामना करती हैं, जो सामान्य बात है. डॉक्टरों के अनुसार, हॉट फ्लैश मीनोपॉज का संकेत देने वाला मुख्य लक्षण है. मीनोपॉज से पहले हॉट फ्लैश का अनुभव करना इसलिए भी बहुत सामान्य बात है क्योंकि इस दौरान शरीर का हार्मोनल स्तर फ्लक्चुऐट यानी ऊपर-नीचे होता रहता है.

अक्सर यही फ्लक्चुएशन हॉट फ्लैशेज का कारण बनता है. हॉट फ्लैशेज में अचानक ही कुछ सेकेंड्स के लिए बहुत तेज गर्मी का अहसास होता है. हालांकि यह सच है कि मीनोपॉज के निकट पहुंच चुकी महिलाओं के लिए हॉट फ्लैशेज सामान्य बात है लेकिन इसे हेल्दी डाइट के जरिये नियंत्रित भी किया जा सकता है. कुछ प्राकृतिक खाद्य पदार्थ हैं जिनसे हॉट फ्लैश की गर्मी से काफी हद तक बच सकती हैं.

हाई फाइबर फूड्स की जरूरत

रेशों से भरपूर खाद्य पदार्थ हॉट फ्लैशेज से बचने का बेहतर उपाय है कि आप अपनी डाइट में हाई फाइबर फूड्स को शामिल करें.

ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर के ब्लड शुगर को मेंटेन रखने के लिए रेशों से भरपूर खाद्य पदार्थ उपयोगी होते हैं. इसलिए यह हॉट फ्लैशेज को कम करने में सहायक होता है.

हाई फाइबर खाद्य पदार्थों में साबुत अनाज, ब्रोकली, सेब, अमरूद, गाजर आदि शामिल होते हैं. फलियों में आप बीन्स, मसूर और मटर को चुन सकती है.

रेशेदार भोजन न केवल हॉट फ्लैशेज की समस्या को कम करता है बल्कि इस तरह का भोजन वजन को नियंत्रित रखने के साथ ही पाचन क्रिया को भी मजबूत बनाता है.

फ्लैक्सीड (अलसी के बीज) हॉट फ्लैशेज से बचने के लिए फ्लैक्सीड के साथ ही फ्लैक्सीड ऑयल को भोजन में शामिल करना बेहतर होगा.

फ्लैक्सीड में महत्वपूर्ण तत्व जै से आइसो फ्ले वोनेस, फाइडोएस्ट्रोजेन्स आदि पाये जाते हैं जो महिलाओं के हार्मोन्स के फ्लक्चुएशन को रिस्टोर करते हैं जिससे यह हॉट फ्लैशेज और दूसरी समस्याओं के होने की संभावना को कम करता है.

फ्लैक्सीड से कई अन्य फायदे भी होते हैं जैसे इसके सेवन से वजन कम होता है. साथ ही, यह हृदय रोग और कैंसर होने से बचाता है. इसके बेहतर परिणाम के लिए इस सुपर फूड का 2/3 कप अपनी डाइट प्लान में शामिल करें. हालांकि सुरक्षित रहने के लिए इस खाद्य पदार्थ को अपने भोजन में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह भी ले सकती हैं.

सोयाबीन मीनोपॉज की उम्र में पहुंच चुकी महिलाओं को अपने भोजन में सोया शामिल करना बहुत जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि सोया में ऐसा तत्व पाया जाता है जो एस्ट्रोजन हार्मोन सरीखा काम करता है.

सोया खाने से आप हॉट फ्लैशेज और मीनोपॉज से जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत पा सकती हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, यदि प्रतिदिन के भोजन में 25 ग्राम सोया से भरपूर आहार शामिल किया जाए तो मीनोपॉजल लक्षण को कम किया जा सकता है. खासतौर से, हॉट फ्लैशेज तो तीस प्रतिशत तक कम हो सकता है.

मछली/मीट/अंडे-- जीवन के इस दौर में प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मछली, अंडे या मीट से भरपूर डाइट हार्मोन्स का संतुलन बनाए रखने में अत्यधिक मददगार साबित होते हैं. अगर आप वेजीटेरियन हैं तो प्लांट बेस्ड प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती हैं. इनमें मेवे, दही और फलियां शामिल हैं.



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