चमत्कार प्लास्टिक सर्जन्स का, नया लिंग विकसित किया!

Last Updated 25 Nov 2014 04:28:28 AM IST

एक प्रेमी को अपनी गर्लफ्रेंड के साथ जबरन सेक्स करना भारी पड़ गया.


डॉ. पीएस भंडारी (फाइल फोटो)

मूलत: मुजफ्फर नगर के रहने वाला 25 वर्षीय मोहम्मद राशिद (नाम बदला हुआ) की पीड़ित गर्लफ्रेंड ने गुस्से में उसे शराब पिलाकर उसका लिंग काट दिया था. इसके बाद दिल्ली के दक्ष प्लास्टिक सर्जन्स ने न सिर्फ उसके कटे लिंग की जगह नया लिंग प्रत्यारोपित किया वरन वह अब सामान्य रूप से काम भी करेगा. इस सर्जरी को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से संबद्ध लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक यूनिट के कंसल्टेंट डॉ. पीएस भंडारी की अगुवाई में सर्जन्स की टीम ने अंजाम दिया. करीब साढ़े तीन घंटे तक चली इस सर्जरी में कई चुनौतियां थी.

 डॉ. भंडारी ने कहा कि चूंकि मरीज के लिंग का पूरा हिस्सा जड़ से कट गया था उसे पहले जिला अस्पताल में ले जाया गया था जहां काफी समय तक इलाज चला था. यहां से मरीज को लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल लाए जाने में घटना को लगभग एक माह बीत चुके थे. डॉ. भंडारी के मुताबिक मरीज बेहोशी की हालत में यहां लाया गया था.

उन्होंने बताया, ‘कई सूक्ष्म जांचों के बाद हमने पाया कि उसके मूत्र और वीर्य (स्पर्म), अंडकोश एवं उत्तेजना करने वाली ग्रंथियां शरीर के अंदरूनी हिस्से में सुरक्षित हैं. चूंकि लिंग पूरी तरह से कट कर बेकार हो चुका था. इसलिए उसकी जगह हमने उसके बाएं हाथ की त्वचा को लिया और उस हाथ में नए लिंग का निर्माण किया. ग्राफ्टिंग करने के पहले उसके शरीर में रक्त संचारित करने वाली आर्टरी, वेन, नब्स को टिश्यू, कार्टिलेज की सहायता से हाथ में विकसित किए जा रहे लिंग में प्रत्यारोपित किया.’

डॉ. भंडारी ने बताया कि अंडकोष से स्पर्म लाने वाली एवं हारमोन्स की सूक्ष्म ग्रंथियों को विकसित किया गया. इसके लिए दिल में रक्त संचारित करने वाली धमनी के कुछ टुकड़े को वहां प्रत्यारोपित किया गया. जब लिंग तैयार हो गया तब उसे माइक्रोस्कोपिक तकनीक से प्लास्टिक सर्जरी द्वारा कटे हुए लिंग के हिस्से से जोड़ा गया. इस सर्जरी में साढ़े तीन घंटे का समय लगा.

डॉ. भंडारी ने कहा कि यह एक अति जटिल प्रक्रिया थी इसमें कटे हुआ लिंग जो पूरी तरह से अलग और क्षतिग्रस्त हो गया था. उसकी जगह नया लिंग विकसित करना फिर उसमें संचेतना विकसित करने के बाद क्षतिग्रस्त हिस्से पर प्रत्यारोपित करना बड़ी चुनौती थी.

अपनी तरह का यह पहला मामला

डॉ. भंडारी ने उम्मीद जतायी कि इस अवस्था वाला यह पहला मामला है. उन्होंने कहा कि मरीज मेरी नजर में अब बिलकुल स्वस्थ्य है. वह अपना दाम्पत्य जीवन भी सामान्य लोगों की तरह व्यतीत करेगा. उन्होंने कहा, ‘अब कटे लिंग को जोड़ने के मामलों की जरूरत सामने आ चुकी है. लेकिन पूरी तरह से कट चुके लिंग की जगह नया हुबहू लिंग प्रत्यारोपित करने का संभवत:  यह पहला मामला है. इसमें नेचुरल लिंग की अपेक्षा सिर्फ इतना अंतर होगा कि वह हरदम सख्त रहेगा. सामान्य लोगों की तरह वह नहीं सिकुड़ेगा क्योंकि प्राकृतिक अवस्था में लाने के लिए हमने धमनियों की सहायता ली है.’

ज्ञानप्रकाश
एसएनबी


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