ट्रंप प्रशासन को झटका, अमेरिकी अदालत ने फेडरल रिजर्व गवर्नर को पद पर बने रहने की दी अनुमति
अमेरिका की एक संघीय अदालत ने मंगलवार को फैसला दिया कि फेडरल रिजर्व गवर्नर लिसा कुक अपने पद पर बनी रह सकती हैं।
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यह फैसला अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के फेडरल रिजर्व पर नियंत्रण के प्रयासों के लिए झटका है। फेडरल रिजर्व एक स्वतंत्र संस्था है जो कम अवधि के लिए ब्याज दरें तय करती है ताकि कीमतें स्थिर रहें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरी मिले।
कुक के वकीलों ने कहा कि उन्हें हटाना गलत है क्योंकि राष्ट्रपति फेडरल गवर्नर को काम में लापरवाही, जिम्मेदारी न निभाना या पद पर रहते हुए कोई गलत काम करने जैसे ठोस कारणों से ही हटा सकते हैं।
वकीलों ने यह भी कहा कि कुक को आरोपों पर जवाब देने का मौका और सुनवाई का मौका मिलना चाहिए था लेकिन उन्हें यह नहीं दिया गया। दायर याचिका में लिसा ने आरोपों से इनकार किया है लेकिन ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।
ट्रंप ने 25 अगस्त को कहा था कि वह कुक को हटा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि वह कुक को इसलिए बर्खास्त कर रहे हैं क्योंकि उन पर संपत्ति ऋण धोखाधड़ी का आरोप है।
कुक पर यह आरोप ऋण क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ‘फैने मेई’ और ‘फ्रेडी मैक’ को नियंत्रित करने वाली एजेंसी में ट्रंप द्वारा नियुक्त बिल पुल्टे ने कई हफ्तों पहले लगाए थे।
कुक को पद से हटाने का यह कदम तब उठाया गया जब उन्होंने कहा कि ट्रंप द्वारा इस्तीफा मांगे जाने के बावजूद वह अपना पद नहीं छोड़ेंगी।
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