भ्रष्टाचार, यौन अपराध मुस्लिम जगत के समक्ष मुख्य समस्याएं : इमरान

Last Updated 04 Jan 2022 12:56:31 AM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि बढ़ता भ्रष्टाचार और यौन अपराध मुस्लिम जगत के समक्ष दो मुख्य समस्याएं हैं।


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

खान ने रविवार को दुनिया के शीर्ष मुस्लिम विद्वानों के साथ ‘रियासत-ए-मदीना : इस्लाम, समाज और नैतिक पुनरुत्थान’ विषय पर एक परिचर्चा के दौरान यह बात कही, जिसका आयोजन हाल में गठित नेशनल रहमतुल-लिल-आलमीन अथॉरिटी (एनआरएए) द्वारा किया गया था।
खान ने पिछले वर्ष अक्टूबर में एनआरएए का गठन यह शोध करने के लिए किया था कि पैगंबर के जीवन से सबक को जनता तक कैसे पहुंचाया जाए। विद्वानों ने इस बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए कि कैसे युवाओं को उनकी आस्था और धार्मिक एवं नैतिक मूल्यों पर सोशल मीडिया के आक्रमण से बचाया जा सकता है। खान ने परोक्ष तौर पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ पर कटाक्ष करते हुए कहा, समाज में दो तरह के अपराध होते हैं, एक भ्रष्टाचार और दूसरा यौन अपराध। हमारे समाज में यौन अपराध तेजी से बढ़े हैं, यानी बलात्कार और बाल यौन उत्पीड़न तथा इस तरह की केवल एक प्रतिशत घटनाएं ही दर्ज हो पाती हैं।
खान ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि समाज को अन्य 99 प्रतिशत (अपराधों) से लड़ना होगा। भ्रष्टाचार के मामले में भी ऐसा ही है.. समाज को भ्रष्टाचार को अस्वीकार्य बनाना होगा। दुर्भाग्य से, जब आपके पास ऐसा नेतृत्व होता है जो समय के साथ भ्रष्ट हो जाता है, तो वे भ्रष्टाचार को स्वीकार्य बना देते हैं। शरीफ (72) नवम्बर 2019 से लंदन में हैं, जब लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी। तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके शरीफ की बेटी मरियम और दामाद मुहम्मद सफदर को 6 जुलाई, 2018 को एवेनफील्ड संपत्ति मामले में दोषी ठहराया गया था।

शरीफ को दिसम्बर 2018 में अल-अजीजिया स्टील मिल्स मामले में भी सात साल कैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, उन्हें दोनों ही मामलों में जमानत मिल गई और इलाज के लिए लंदन जाने की इजाजत भी दे दी गई। ‘द डॉन’ अखबार ने अपनी खबर में संकेत दिया है कि प्रधानमंत्री खान भविष्य में भी प्रसिद्ध विद्वानों के साथ इसी तरह की परिचर्चा करेंगे।
उन्होंने मुस्लिम युवाओं को इंटरनेट पर उपलब्ध अश्लीलता और अश्लील सामग्री से बचाने की आवश्यकता पर बल दिया। विद्वानों ने आधुनिकता के नकारात्मक प्रभावों का मुकाबला करने के लिए मुस्लिम देशों द्वारा कुछ सामूहिक प्रयासों का सुझाव दिया। जॉर्ज वाशिंगटन विविद्यालय में इस्लामी अध्ययन के प्रोफेसर डॉ सैय्यद हुसैन नासिर ने कहा, आज, दुनिया युवाओं के लिए एक अधिक अनिश्चित और खतरनाक जगह है। उन्होंने इस्लाम के बारे में नकारात्मक लहजे में बात करने वाले पश्चिमी तत्वों की निंदा की और कहा कि यह धर्म पर हमला करने के समान है।

भाषा
इस्लामाबाद


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment