भारत, रूस किसी भी देश के आंतरिक मामलों में ‘बाहरी प्रभाव’ के खिलाफ : मोदी

Last Updated 05 Sep 2019 05:04:55 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद कहा कि भारत और रूस किसी भी देश के आंतरिक मामलों में ‘बाहरी प्रभाव’ के खिलाफ हैं।


रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हाथ मिलाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार एवं निवेश, तेल एवं गैस, परमाणु ऊर्जा, रक्षा, अंतरिक्ष और समुद्री संपर्क में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
दो दिवसीय यात्रा पर रूस पहुंचे मोदी पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) में भी शामिल होंगे।

वह रूस के पूर्वी सुदूर क्षेत्र की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी बातचीत के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम दोनों किसी भी देश के आंतरिक मामले में बाहरी प्रभाव के खिलाफ हैं। मोदी की यह टिप्पणी भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की पृष्ठभूमि में आई है।

भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करना उसका एक आंतरिक मामला है। भारत ने इसके साथ ही पाकिस्तान को वास्तविकता स्वीकार करने की भी सलाह दी है। रूस ने जम्मू-कश्मीर पर भारत के कदम का समर्थन किया है और कहा है कि दज्रे में परिवर्तन भारतीय संविधान के ढांचे के अनुरूप है।

दोनों नेताओं ने 20वें भारत-रूस वाषिर्क शिखर सम्मेलन में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की। मोदी ने कहा, हम दोनों हमारे संबंध को सहयोग एवं समर्थन के एक एक नये स्तर पर ले गए हैं जिसके परिणामस्वरूप न केवल मात्रात्मक परिवर्तन बल्कि गुणात्मक परिवर्तन भी हुए हैं। पुतिन ने कहा, भारत रूस के प्रमुख साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच संबंध रणनीतिक और विशेषीकृत प्रकृति का है।

भाषा
व्लादिवोस्तोक


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