करतारपुर गलियारे को चालू करने को लेकर और मसौदा समझौते पर ‘80% सहमति
भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वाघा में मैराथन बैठक के बाद दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को चालू करने को लेकर और मसौदा समझौते पर ‘80 फीसद से अधिक’ सहमति बन गई है।
वाघा : बातचीत के लिए भारत के संयुक्त सचिव (आंतरिक सुरक्षा) एससीएल दास के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल। |
यह गलियारा सिख श्रद्धालुओं के लिए गुरदासपुर जिला स्थित डेरा बाबा नानक साहिब से पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाना सुगम बनाएगा। वे इस गलियारे के माध्यम से बिना वीजा के आवागमन कर सकेंगे। उन्हें करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल एक परमिट लेना होगा।
वाघा में चार घंटे चली दूसरे दौर की वार्ता के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एवं 13 सदस्यीय पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे मोहम्मद फैसल ने कहा कि गलियारे के संबंध वार्ता में सकारात्मक प्रगति हुई है। दोनों देशों के बीच करतारपुर गलियारा समझौते के संबंध में 80 फीसद और उससे अधिक सहमति बन गई है।
फैसल ने कहा कि दोनों पक्ष आगामी बैठक में शेष 20 फीसद मामलों को सुलझा लेंगे। संयुक्त बयान के बारे में पूछे जाने पर फैसल ने कहा, ‘जब तक अंतिम मसौदे पर सहमति नहीं बन जाती, हम इसे साझा नहीं कर सकते। मुझे लगता है कि अनसुलझे मामलों पर हमें एक और बैठक करनी होगी। यह पूछे जाने पर कि नवम्बर में गलियारा खोले जाने पर कितने भारतीय सिखों को परमिट जारी किया जाएगा, उन्होंने कहा, यह संख्या 5000 से 8000 हो सकती है.. मैं सटीक संख्या नहीं बता सकता। इस पर अभी निर्णय लिया जाना है।
बैठक शुरू होने से पहले फैसल ने कहा था कि पाकिस्तान नवम्बर 2019 में गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए समय पर गलियारा चालू करने को लेकर प्रतिबद्ध है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल वाघा सीमा पर स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे पहुंचा और इसके कुछ ही देर बाद दोनों पक्षों की बैठक आरंभ हो गई। आठ सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव एस सी एल दास ने किया।
सालभर वीजा मुक्त यात्रा को पाक सहमत
पाकिस्तान रविवार को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के लिए भारतीय पासपोर्ट धारकों और ओसीआई कार्ड धारकों के लिए सालभर की वीजामुक्तयात्रा की अनुमति देने के लिए सैद्धांतिक रूप से राजी हो गया। गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आंतरिक सुरक्षा) एससीएल दास ने वाघा में संयुक्त सचिव स्तर की दूसरी द्विपक्षीय बैठक के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रतिदिन दोनों प्रकार से व्यक्तिगत रूप से या समूह में पांच हजार तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा जाने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी ओर से ढांचागत बाधाओं को उजागर किया और संदेश दिया कि वे चरणबद्ध तरीके से कई भारतीय प्रस्तावों को समायोजित करने में सक्षम हो सकते हैं।
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