नेपाल: संविधान सभा के चुनाव में प्रचंड की करारी हार
नेपाल के यूनीफाइड सीपीएन माओवादियों ने संविधान सभा के चुनाव में साजिश का आरोप लगाते हुए मतगणना निलंबित किए जाने की मांग की.
Pushpa Kumar Dahal Prachanda (file photo) |
यूनीफाइड सीपीएन-माओवादी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड को आज संविधान सभा के लिए हुए चुनावों में नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार राजन केसी के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
काठमांडो निर्वाचन क्षेत्र 10 से उम्मीदवार राजन को 20,392 मत मिले, जबकि प्रचंड के नाम से जाने जाने वाले पुष्प कमल दहल को 12,852 मत ही मिले. इस सीट से चुनाव लड़ रहे तीसरे उम्मीदवार सीपीएल-यूएमएल के सुरेंद्र मानंधर को 13,615 मत मिले.
प्रचंड 2008 में इसी सीट से बड़े अंतर से जीते थे। उस समय राजन उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी थे. प्रचंड सिराहा निर्वाचन क्षेत्र 5 से भी उम्मीदवार है जहां वह मतगणना में अब तक सबसे आगे चल रहे हैं. इससे पहले प्रचंड की पार्टी ने संविधान सभा के चुनावों के शुरुआती परिणामों में तीसरे स्थान पर पिछड़ने के बाद चुनाव में साजिश का आरोप लगाते हुए मतगणना निलंबित किए जाने की मांग की थी.
काठमांडो में पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘संविधान सभा के चुनाव के दौरान साजिश और असामान्य गतिविधियों के कारण मतों की गिनती का काम लोगों की उम्मीदों और विचारों के अनुसार नहीं हो सका, इसलिए हम मतगणना को स्थगित किए जाने की मांग करते हैं.’
पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कुमार दहल प्रचंड अपने काठमांडो 10 निर्वासन क्षेत्र में पिछड़ रहे थे जहां नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार राजन के सी बढ़त लिए हुए थे.सुशील कोइराला के नेतृत्व में नेपाली कांग्रेस 69 सीटों पर आगे चल रही थी जबकि सीपीएन यूएमएल 58 सीटों और यूनीफाइड सीपीएन माओवादी 16 सीटों पर आगे चल रही थी.
मधेसी पीपुल्स राइट्स फोरम नेपाल और मधेसी पीपुल्स राइट्स फोरम डेमोकेटिक क्र मश: नौ और छह सीटों पर आगे चल रहे हैं.
इस बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त नील कांत उप्रेती ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मतों की गिनती का काम ‘पारदर्शी तरीके से हो रहा है और यह जारी रहेगा.’
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