बेहतर परवरिश में मददगार वर्किंग महिलाएं!

 बच्चों की बेहतर परवरिश में मददगार हैं कामकाजी महिलाएं!

आम धारणा है कि मां के कामकाजी होने से वे बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पातीं और उनकी सही देखभाल नहीं कर पाती लेकिन समाजशास्त्रियों की राय इससे कुछ जुदा है. उनका मानना है कि आज के दौर में मां का कामकाजी होना बच्चों की बेहतर परवरिश और अच्छी शिक्षा में मददगार साबित होता है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा 5607 कामकाजी महिलाओं पर किए गए अध्ययन में यह खुलासा हुआ. इसमें देश के दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बैंगलुरू जैसे चार महानगरों में काम करने वाली महिलाओं को शामिल किया गया. अध्ययन वर्ष 2011 से 2013 के मध्य किया गया. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. वीएम कटोच ने कहा कि आजकल महिलाएं एक ओर मां की भूमिका निभाती हैं और दूसरी ओर ऑफिस भी संभालती हैं. मां का कामकाजी होना कहीं न कहीं बच्चे की अच्छी परवरिश में मददगार ही है. उन्होंने कहा, आज की मां के कामकाजी होने के पीछे कई कारण हैं. परिवारों की आर्थिक जरूरतें बढ़ गई हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य चीजों पर खर्चा इतना बढ़ गया है तो काम करना महिला की जरूरत बन गया है. इससे जहां एक ओर महिलाओं को तिहरी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है वहीं दूसरी ओर इसके कई फायदे भी हैं.

 
 
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