राखी के शुभ मुहूर्त का रखें ख्याल

 राखी के शुभ मुहूर्त का रखें ख्याल

अत: रक्षाबंधन का पवित्र कार्य भद्रा रहित अपराह्ण काल में करने का शास्त्र विधान है- भद्रायां द्वे न कर्त्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा. श्रावणी नृपतिं हन्ति ग्रामं दहति फाल्गुनी.. परंतु फिर भी यदि किसी आवश्यक परिस्थिति में इस समायावधि में ही रक्षाबंधन आवश्यक हो तो भद्रा पुच्छकाल में यह पवित्र कार्य सम्पन्न किया जा सकता है.

 
 
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