जानें, इन नौ दिव्य औषधियों में है मां नवदुर्गा का वास

जानिए, इन नौ दिव्य औषधियों में है मां नवदुर्गा का वास

द्वितीय ब्रह्मचारिणी यानि ब्राह्मी : ब्राह्मी नवदुर्गा का दूसरा रुप बह्मचारिणी है. यह आयु और स्मरण शक्ति को बढ़ाने वाली , रुधिर विकारों का नाश करने वाली और स्वर को मधुर करने वाली है. इसलिये ब्राह्मी को सरवती भी कहा जाता है. यह मन एवं मस्तिष्क में शक्ति प्रदान करती है और गैस व मूत्र संबंधी रोगों की प्रमुख दवा है. इन रोगों से पीड़ित व्यक्ति को ब्रह्मचारिणी की आराधना करना चाहिये.

 
 
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