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- जरूरी है शिशु की पौष्टिक डाइट
दूसरा पहलू यह भी है कि ब्रेस्ट फीडिंग कराने से मां की सेहत भी सही रहती है. चिकित्सक बताते हैं कि दूध पिलाने से मां की प्रतिदिन कम से कम 500 कैलोरी बर्न होती है, जो वेट कंट्रोल करने में कारगर है. इसके अलावा डायबिटीज, हाइपरटेंशन आदि से मां बचती है. नवजात को कम से कम 6 माह और अधिकतम एक साल तक ब्रेस्ट फीड करा सकती हैं.
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