पितरों की मुक्ति को प्रेतशिला वेदी पर पिंडदान जरूरी

पितृपक्ष: प्रेतशिला में पिंडदान से प्रेतयोनि से मिलती है मुक्ति

पितरों की मुक्ति की कामना लिए ‘मुक्तिधाम’ गया के विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले में लाखों की संख्या में पहुंचे पिंडदानियों के लिए पिंडदान के निमित पंडितों के वैदिक मोंच्चार से पूरी विष्णुनगरी गुंजायमान है. भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी शुक्रवार को मोक्षदायिनी फल्गु में तर्पण के बाद पिंडदानियों का जत्था गया शहर से करीब आठ किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम कोण पर स्थित प्रेतशिला पहुंचा, जहां पिंडदानी ब्रमकुंड, प्रेतशिला, रामकुंड, रामशिला और काकबलि पर अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान कर रहे हैं. पितृपक्ष मेले में प्रेतशिला पर्वत का विशेष महत्व है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस पर्वत पर पिंडदान करने से अकाल मृत्यु को प्राप्त पूर्वजों तक पिंड सीधे पहुंच जाता है जिनसे उन्हें कष्टदायी योनियों से मुक्ति मिल जाती है.

 
 
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