- पहला पन्ना
- लाइफस्टाइल
- पितृपक्ष: ...इसलिए पुनपुन में होता है प्रथम पिंडदान
पुराणों में वर्णित ‘आदि गंगा पुन:-पुन:’ कहकर पुनपुन को आदि गंगा के रूप में महिमामंडित किया गया है और इसकी महत्ता सर्वविदित है. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस स्थल पर गयासुर राक्षस का चरण है.
Don't Miss