वर्चुअल क्लोन अब आपके लिए देगा इंटरव्यू

PICS: वर्चुअल क्लोन अब आपके लिए देगा इंटरव्यू

सेटेलाइट: यह सॉफ्टवेयर सेटेलाइट इंटरनेट, डायलअप इंटरनेट और कुछ वायरलेस इंटरनेट सेवाओं से मेल नहीं खाता. एम्प्लॉयर्स के लिए भी सेकेंड लाइफ के कुछ फायदे हैं. सबसे पहले तो यह वास्तविक जॉब मेला आयोजित करने से सस्ता पड़ता है. इस वर्चुअल जॉब मेले में हिस्सा लेने के लिए जो खर्च आता है वह उतना है जितना किसी र्थड पार्टी को अनुभवी व्यक्ति हायर करने के लिए पैसा दिया जाता है. कई बार तो उससे भी कम पड़ता है. दूसरा फायदा यह है कि कंपनी के आला अधिकारी जो आमतौर से भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेते वे भी अवतार के रूप में प्रकट हो जाते हैं. लेकिन एम्प्लॉयर्स के नजदीक सेकेंड लाइफ परंपरागत भर्ती के तरीकों का विकल्प नहीं है बल्कि एक अतिरिक्त कदम है जो कैंडिडेट्स के पूल को कम कर देता है. वैसे सेकेंड लाइफ से प्रार्थी को भी यह फायदा है कि वह रिलैक्स्ड और खुले में इंटरव्यू दे सकता है. उसे ऐसा ही महसूस होता है जैसे दोस्तों से ऑनलाइन चैट कर रहा हो. उसे सोचने और फिर अपने जवाब को टाइप करने का भी समय मिलता है. उसके अवतार से जो गड़बड़ हो जाती है उसे भी मजाक में टाल दिया जाता है. (निनाद गौतम)

 
 
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