मंथरा के बारे में ये बातें क्या आप जानते हैं?

Photos: पूर्वजन्म में गंधर्व स्त्री थी मंथरा, जानिए कैकेयी की प्रिय दासी के बारे में कुछ और ऐसी ही बातें

देवताओं ने फेर दी थी मंथरा की मति : मंथरा का राम से कोई बैर नहीं था बल्कि देवताओं ने ही उसकी मति फेर दी थी. अपनी उसी एक गलती के कारण मंथरा सदैव के लिए अपयश का पात्र बन गई. गोस्वामी तुलसीदास ने अपने रामचरितमानस में मंथरा की करनी के पीछे देवताओं की भूमिका का उल्लेख किया है कि जब दशरथ ने राम को राजा बनाने की घोषणा की तो देवता घबरा गए. देवता जानते थे कि यदि राम वन नहीं गए तो रावण सहित अन्य राक्षसों का वध कैसे होगा, जबकि राम का अवतार ही रावण वध के लिए हुआ था. अयोध्या में राज्यभिषेक की तैयारी शुरू हो गईं तब देवताओं के अनुरोध पर सरस्वती जी ने मंथरा की बुद्धि फेर दी. जिसके परिणामस्वरूप मंथरा ने कैकेयी को भड़का दिया.

 
 
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