इसलिए नंदी हर कहीं होते हैं शिव के साथ

नंदी को है वरदान, इसलिए हर कहीं होते हैं शिव के साथ

कुछ समय पश्चात भूमि जोतते समय शिलाद को एक बालक मिला. उन्होंने उसका नाम नंदी रखा. नंदी को बड़ा होते देख भगवान शंकर ने मित्र और वरुण नाम के दो मुनि शिलाद के आश्रम में भेजे जिन्होंने नंदी को देखकर भविष्यवाणी की कि नंदी अल्पायु है. नंदी को जब यह ज्ञात हुआ तो वह भोलेनाथ की आराधना से मृत्यु को जीतने के लिए वन में चला गया.

 
 
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