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- महासागर में छिपे औषधीय भंडार

केकड़े का रक्त मानव के लिए बड़ा उपयोगी सिद्ध हुआ है. इसके खून का रंग नीला होता है. इस खून में खास बात यह है कि यह जीवाणुओं द्वारा छोड़े गए विषैले पदार्थो के संपर्क में आते ही तुरंत जम जाता है. दरअसल इस नीले खून में ताम्बे के अणु होते हैं जो ऑक्सीजन वहन करने का कार्य करते हैं. मैक्सिको विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ‘‘गार्सिया’ के मुताबिक कैरेवियन द्वीपों के सागर में पाए जाने वाले मूंगों में 80 प्रतिशत प्रोस्टेगलैण्डिन होता है. समुद्र में पायी जाने वाली जेली फिश में एक विशेष प्रोटीन पाया जाता है. इसकी खासियत यह है कि यह कैल्शियम की उपस्थिति में चमकने लगती है. इसके इसी गुण के कारण इसकी उपस्थिति में मनुष्य के शरीर में कैल्शियम की मात्रा में थोड़े से भी परिवर्तन का आसानी से पता लग जाता है. कुछ सागरों में नमक की बड़ी-बड़ी चट्टाने तैरती रहती हैं. इन तैरती चट्टानों पर ‘‘इगो’ नामक एक बेल उग आती है, इसके पुष्प से अजब गंध निकलती है, इसकी गंध सूंघने से दमे की बीमारी से तुरंत छुटकारा मिलता है. समुद्र की ‘‘इनो’ मछली के मुख से जो झाग निकलती है, उसमें बड़ी ताकत होती है. कमजोर मनुष्य यदि इस झाग का नियमित सेवन करें तो कमजोरी दूर होती है. साथ ही चेहरे पर आभा भी झलकने लगती है.