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- कल्पना-सा सुंदर गांव कल्पा
गांव की यह एकमात्र गली आज भी उस दौर के कठिनतम जीवन की याद ताजा कर देती है. पहले किन्नौर का मुख्यालय कल्पा था जो बाद में रिकां गपिओ में तब्दील कर दिया गया. कल्पा में प्रसिद्ध यायावर राहुल सांकृत्यायन भी ठहरे थे. यहां रहकर उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से किन्नौर को दुनिया के सामने लाया. कल्पा को धरोहर गांव भी घोषित किया जा चुका है.
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