- पहला पन्ना
- लाइफस्टाइल
- हरतालिका तीज व्रत, कथा और पूजा विधि

क्यों पड़ा हरतालिका तीज नाम हरितालिका: दो शब्दों से बना है, हरित और तालिका. हरित का अर्थ है हरण करना और तालिका अर्थात सखी. यह पर्व भाद्रपद की शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, जिस कारण इसे तीज कहते है. इस व्रत को हरतालिका इसलिए कहा जाता है, क्योकि पार्वती की सखी (मित्र) उन्हें पिता के घर से हरण कर जंगल में ले गई थी.
Don't Miss