रिश्तों को खोखला करता है डिप्रेशन

PICS: रिश्तों को खोखला करता है डिप्रेशन

ऐसा अक्सर देखा गया है कि अगर मां डिप्रेशन से पीड़ित रहती है, तो उसका सीधा असर परिवार पर पड़ता है. डिप्रेशन व्यक्ति में चिड़िचड़ाहट भर देता है. ऐसे में वह हर समय चिड़िचड़ा रहने लगता है. और अगर ऐसा किसी महिला के साथ होता है, तो इसका प्रभाव परिवार पर पड़ता है. एक महिला ही पूरे परिवार की चाबी होती है. उसी के हाथ में होता है घर को सही और सुचारू रूप से चलाना. ऐसे में महिला या मां का डिप्रेशन में रहना हानिकारक हो सकता है. खासकर घर में बच्चों के लिए ज्यादा नुकसानदेह हो सकता है. डिप्रेशन एक तरह की दीमक होती है, जो धीरे-धीरे शरीर और रिश्तों को खोखला कर देती है. अगर आप इससे बचना चाहते हैं, तो बच्चों के साथ संबंध में सुधार लाकर डिप्रेशन से बचा जा सकता है. जी हां, एक नए शोध में इस बात का पता चला है. शोध के निष्कर्ष से पता चला है कि बच्चों और उसकी मां के बीच बातचीत में अगर गर्मजोशी की कमी है तो इसका मतलब यह है कि उनका आपस में तालमेल नहीं है.

 
 
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