क्यों किया जाता है होलिका दहन, ये है शुभ मुहूर्त

जानिए- क्यों किया जाता है होलिका दहन, कब है शुभ मुहूर्त

होली का रंग एक दिन बाद यानि सोमवार को खेला जाना है. होली से एक दिल पहले होलिका दहन किया जाता है. रविवार को होलिका दहन प्रदोषकाल में किया जाएगा. धर्म संस्कार केन्द्र के प्रभारी ज्योतिषाचार्य पण्डित उमेश मिश्र ने बताया कि पूर्णिमा का मान 12 मार्च को शाम 8:26 मिनट तक ही है. इसके बाद प्रतिपदा लग जाएगी. इसलिए बेहतर है होलिका दहन सूर्यास्त के बाद शाम 6:23 से शाम 8:23 तक कर लिया जाए. सोमवार 13 मार्च को होली खेली जायेगी. शास्त्रीय नियमों के अनुसार होलिका दहन के समय भद्रा नहीं होनी चाहिए. सूर्यास्त के बाद अंधेरा होना चाहिए. इस साथ ही पूर्णिमा का दिन होना चाहिए. उन्होंने बताया कि मंगलवार 14 मार्च को शाम 7:13 पर सूर्य कुंभ राशि से निकलकर बृहस्पति की मीन राशि में प्रवेश करेगा. जब सूर्य धनु और मीन राशि में होते है तो खरमास या मलमास होता है. सूर्य मीन राशि में गुवार 13 अप्रैल की रात 3:31 तक रहेगा. इसके बाद सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेगा. खरमास में विवाह, शुभ, मांगलिक कार्य, व्यापार प्रारम्भ, गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्य नहीं करने की मान्यता है.

 
 
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