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- Photos: ब्रज में उड़त गुलाल रसिया...

अब से लगभग 131 साल पहले मथुरा के अंग्रेज कलेक्टर एफ. एस. ग्राउस ने अपनी पुस्तक 'मथुरा-ए डिस्ट्रिक्ट मेमोयर' में एक गाली गीत का उल्लेख किया था. संगीत की टोली के बाद नंदगांव के हुरिहारे हाथों में ढाल लिए भागते-दौड़ते आते हैं रंगीली गली नाम से मशहूर संकरी जगह पर. यहीं होती है विश्व प्रसिद्ध लठमार होली. रंगीली गली पर बरसाने की नवल गोपिकाएं मुंह पर घूंघट काढ़े और हाथों में लाठियां लिये नंदगांव के हुरिहारों का इंतजार करती हैं. जैसे ही उनका दल इधर आता है, वे उछल-उछल कर उन पर दनादन लाठियां बरसाने लगती हैं.
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