40 के पार खान-पान में करें बदलाव

 40 के पार खान-पान में करें बदलाव

उम्र बढ़ने के साथ ही हमारे शरीर में तमाम परिवर्तन होते रहते हैं. मेटाबॉलिज्म की गति धीमी हो जाती है और हार्मोन प्रोडक्शन घटता-बढ़ता रहता है, परिणामत: चालीस की उम्र पार करते-करते वजन में बढ़ोतरी, डायबिटीज, हृदय रोग के साथ ही जोड़ों की तकलीफों की वजह से कई समस्याएं सामने आने लगती हैं. अगर आप स्वयं को स्वस्थ रखते हुए शरीर में होने वाले परिवर्तनों का सामना करना चाहते हैं तो खान-पान में थोड़ा-सा परिवर्तन करें. अगर आप खान-पान का उचित ढंग अपनाएंगे तो स्वयं के जीवन में विभिन्न प्रकार के परिवर्तन महसूस करेंगे. खान-पान में परिवर्तन से हार्मोन को बैलेंस करने में सहायता मिलती है चाहे वह स्त्री हो या पुरुष. महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन लेवल (फर्टिलिटी के लिए आवश्यक) तीस की उम्र के बाद और पुरुषों में प्रोजेस्टेरोन (टेस्टोस्टेरॉन और कॉर्टिसोन को प्रोड्यूस करने में उपयोगी) का स्तर चालीस की उम्र से गिरना शुरू हो जाता है. इसका क्या महत्व है, यह जानना जरूरी है.

 
 
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