हेल्थ वर्कर सेवा के साथ सुन्हरा भविष्य

हेल्थ वर्कर सेवा के साथ सुनहरा भविष्य

नेचर ऑफ वर्क: करतार सिंह समिति, 1973 की सिफारिश के बाद मलेरिया कार्यकर्ताओं, परिवार नियोजन कार्यकर्ता एवं अन्य स्वास्थय कार्यकर्ताओं को मल्टीपर्पस हेल्थ वर्कर (एमपीएचडब्लू) के रूप से नामित किया गया. इनका काम करने का तरीका बहुत अलग होता है यह उन क्षेत्रों में जाते है जहां अस्पताल या डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते. जैसे पहाड़ी और आदिवासी इलाको में जाकर टेंट लगाकर उनका इलाज करना. स्वास्थय से जुड़ी किसी भी जरूरी चीजों की आवश्यकता हो तो वह वो भी पूरा करते हैं. मरीजों के इलाज के साथ-साथ यह आस-पास यह भी ध्यान रखते हैं कि वहां का पर्यावरण दूषित तो नहीं है, ऐसे में उस एरिया की सफाई कैसे हो उसका भी ध्यान रखते हैं, ताकि बीमारी न फैले. महामारी में नियंत्रण करना, भोजन सामग्री पहुंचाना और किसी भी तरह की आपदा प्राकृतिक व गैर प्राकृतिक आपदा में घायलों के इलाज की व्यवस्था करना और आपातकालीन स्थिति में उन्हें सकुशल बाहर निकालने की व्यवस्था करना उनके जिम्मे होता है.

 
 
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