'फीमेल बॉस कामयाबी का खास फार्मूला'

तभी तो इस दौरान महिलाओं के बॉस बनने की दर में पुरुषों के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा रही है. अगर महिलाओं को महिलाओं के मुकाबले देखा जाए तो पिछले एक दशक में लीडरशिप हासिल करने का उनका आंकड़ा 40 फीसदी से भी ज्यादा तेज रहा है यानी एक दशक पहले महिलाओं को नेतृत्व के जो अवसर मिलते थे उनके मुकाबले पिछले एक दशक में उन अवसरों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. आज तमाम बड़े बैंक चाहे वह सरकारी क्षेत्र का एसबीआई हो या निजी क्षेत्र का आईसीआईसीआई जैसा सर्वाधिक तीव्रता से विकास करने वाला बैंक हो या एचएसबीसी. हर जगह महिलाओं की उच्च पदों पर उपस्थिति महत्वपूर्ण हो चुकी है.

 
 
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