कामकाजी महिलाएं होती हैं ज्यादा बीमार!

भारत में 78 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान: सर्वे

देश में प्रत्येक चार में से तीन नौकरीपेशा महिलाओं का स्वास्थ्य घर-दफ्तर की भाग दौड़ और उनके बीच संतुलन साधने में कहीं न कहीं कमजोर पड़ जाता है. एसोचैम के ताजा सर्वेक्षण में यह परिणाम सामने आया है. दफ्तर का काम, बच्चों और घर की देखभाल की वजह से बने दबाव के चलते उनकी दिनचर्या काफी बदल जाती है और कई लंबी और गंभीर बीमारियां उन्हें घेर लेतीं हैं. एसोचैम ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी 8 मार्च के अवसर पर यह सर्वेक्षण कराया है. सर्वेक्षण में पाया गया कि 32 से 58 साल की आयु के बीच की तीन चौथाई कामकाजी महिलायें अपनी कठिन जीवन शैली और लंबी तथा गंभीर बीमारियों का शिकार हो जातीं हैं. उन्हें मोटापा, थकान, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, पीठ दर्द और उच्च कोलेस्ट्रोल जैसी बीमारियां घेर लेतीं हैं.

 
 
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