जुदा हुई एयर इंडिया और अलायंस एयर की राहें
एयर इंडिया के टाटा समूह के हाथों में चले जाने के बाद इसकी अनुषंगी इकाई अलायंस एयर अब इसका हिस्सा नहीं रही।
![]() जुदा हुई एयर इंडिया और अलायंस एयर की राहें |
दोनों विमानन कंपनियों की राहें अब जुदा हो गई हैं और अलायंस एयर ने शुक्रवार से स्वतंत्र रूप से परिचालन शुरू कर दिया।
अलायंस एयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनीत सूद ने कहा कि कंपनी ने अब अपनी यात्री सेवा प्रणाली का स्वतंत्र परिचालन शुरू कर दिया है। अलायंस ने कहा अब उसका परिचालन सीधे केंद्र सरकार के हाथ चला गया है।
कंपनी ने कहा कि टिकटों के आरक्षण एवं उड़ानों के कार्यक्रम तय करने से जुड़ी प्रणाली शुक्रवार से उसके अपने क्लाउड आधारित पीएसएस पर स्थानांतरित हो गई है। गौरतलब है कि 27 जनवरी को एयर इंडिया की कमान टाटा समूह के पास चले जाने के बाद भी अलायंस एयर अभी तक एयर इंडिया के पीएसएस का ही इस्तेमाल कर रही थी। इसके अलावा वह टिकटों की बिक्री भी ‘एआई’ (एयर इंडिया) कोड से ही कर रही थी।
अलायंस एयर ने टिकटों की बिक्री का कोड भी बदलने की घोषणा की है। एयरलाइन ने कहा कि वह ‘9आई’ कोड से अपने एयर टिकटों की बिक्री करेगी। एयर इंडिया की अनुषंगी इकाई होने के बावजूद एलायंस एयर टाटा समूह के साथ हुए बिक्री सौदे का हिस्सा नहीं थी।
विनीत सूद ने कहा कि पूर्ण रूप से सक्षम होने की दिशा में बढ़ते हुए अलायंस एयर अब अपने टिकटों की बिक्री 9आई कोड के तहत करेगी। इसके अलावा अलायंस एयर डाट इन नाम से अलग वेबसाइट भी शुरू की गई है।
इसके अलावा हमारे पैसेंजर्स के लिए हेल्प डेस्क के नाम से भी एक वेबसाइट helpdesk@allianceair.in शुरू की गई है। कंपनी ने अपने नए काल सेन्टर नंबर अ914442554255 और अ914435113511 भी शुरू किए हैं। यह एयरलाइन करीब 70 सीटों की क्षमता वाले 18 एटीआर-72 विमानों के बेड़े का संचालन करती है। उन्होंने कहा कि हमारे विमानों में मिडिल सीट का कंसेप्ट नहीं है और दोनों तरफ दो-दो सीटे ही हैं।
विनीत सूद ने कहा कि अलायंस एयर ने उड़ान (उड़े देश का आम आदमी) योजन के तहत टियर टू और टियर थ्री के शहरों में काफी उड़ानें संचालित कर रही है। हमारा लोगो (प्रतीक चिन्ह) भी कनेक्टिंग इंडिया का द्योतक है।
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