टाटा समूह को मिली एयर इंडिया की कमान, कंपनी ने लगाई सबसे बड़ी बोली
एयर इंडिया की बोली टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा संस ने जीत ली है और 65 साल बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा समूह के पास लौट आई है।
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केंद्र ने शुक्रवार को टाटा संस की सहायक कंपनी टैलेस को विनिवेश प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय वाहक एयर इंडिया के लिए सबसे अधिक बोली लगाने वाला घोषित किया।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि टाटा संस की टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर बाजी मारी है। तुहिन कांत पांडे ने कहा कि लेनदेन दिसंबर 2021 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।
विनिवेश के अंतिम चरण में केवल दो बोलीदाता थे।
पिछले लंबे समय से भारत सरकार एयर इंडिया के निजीकरण की कोशिश कर रही थी, मगर इस दिशा में प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। अब आखिरकार कर्ज से जूझ रही एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया को पूरी करने में सरकार की कोशिश कामयाब हो गई।
इसी के साथ अब आसमान में टाटा समूह का वर्चस्व बढ़ गया है। टाटा समूह के मालिकाना हक वाली दो अन्य कंपनियां विस्तारा और एयर एशिया भी एविएशन सेक्टर में सक्रिय हैं। अब टाटा समूह के पास कुल तीन कंपनियां ऐसी हैं जिनकी एयरलाइन है।
एयर इंडिया की कमान मिलने के साथ ही रतन टाटा ने ट्वीट करते हुए अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "वेलकम बैक, एयर इंडिया।"
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