मंदी नहीं अर्थव्यवस्था धीमी है : सीतारमण

Last Updated 28 Nov 2019 06:39:36 AM IST

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। आर्थिक विकास दर धीमी जरूर है लेकिन यह मंदी नहीं है।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (file photo)

सीतारमण ने सदन में ‘देश की आर्थिक स्थिति’ पर अल्पकालिक चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि हाल की तिमाहियों में आर्थिक विकास दर में आयी गिरावट के तकनीकी कारण है और अर्थव्यवस्था की आधार बहुत मजबूत हैं।

वित्त मंत्री के जवाब से असंतुष्ठ कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और वाम दलों ने सदन से बहिगर्मन किया।  उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अपनी तुलना पिछली सरकारों से कर रही है और वास्तविक सवालों का जवाब नहीं दे रही हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए देशहित और आम जनता के हित में 32 ¨बदुओं पर फैसले किये हैं जिनका प्रभाव जमीन पर दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सरकार के निर्णयों पर सवाल उठाने और आरोप लगाने की बजाय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहयोग करना चाहिए। सीतारमण ने कहा कि आर्थिक विकास दर धीमी है लेकिन यह मंदी नहीं है। इसके तकनीकी कारण है और सरकार इन कमियों को दूर करने के लिए कदम उठा रही है।

विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए सीतारमण ने कहा कि वर्ष 2014 से 2019 की अवधि में भारतीय अर्थव्यस्था की औसत विकास दर 7.5 प्रतिशत रही है जबकि इससे पिछले पांच वर्ष की अवधि में यह आंकडा 6.4 प्रतिशत था।

उन्होंने मौजूदा सरकार के कार्यकाल में फैसले जनहित में होते हैं और इसी कारण से खुदरा महंगाई, थोक महंगाई और खाद्य मुद्रास्फीति न केवल नियांण में हैं, बल्कि वर्षों के निचले स्तर परहैं। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुये कहा कि वर्ष 2019-20 में अभी तक विदेश प्रत्यक्ष निवेश 238 अरब डालर रहा है और देशी मुद्रा भंडार 440 अरब डालर से ऊपर पहुंच चुका है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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