‘महाराजा’ की आंखों में आंसू हैं, उसे बचाइए

Last Updated 17 Jul 2019 06:09:57 AM IST

‘महाराजा की आंखों में आंसू हैं, उसे आप लोग बचाइए।’ यह गुहार मंगलवार को राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने सरकार से की।


‘महाराजा’ की आंखों में आंसू हैं, उसे बचाइए

राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने सदन में भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक 2019 पर चर्चा में भाग लेते हुए सरकार से सार्वजनिक क्षेत्र की विमान कंपनी एयर इंडिया को बचाने का अनुरोध किया। विपक्षी दलों के सदस्यों ने जेट एयरवेज समेत कई विमान कंपनियों के बंद होने पर भी चिंता जाहिर की और इससे प्रभावित कर्मचारियों के पुनर्वास की मांग की। सदस्यों की अधिक चिंता इस बात पर थी कि एयर इंडिया भी अब बिक जाएगा, जिसका प्रतीक ‘महाराजा’ कई वर्षो से देश का प्रतीक बन हुआ है।
राजद के मनोज झा ने कहा कि वह पिछले दिनों जब इंफाल से लौट रहे थे, तो उन्हें महाराजा को देखकर ऐसा लगा कि ‘वह मानो झुक कर यह कह रहे है कि मुझे बचा लो।’ झा ने कहा कि इस देश में प्राथमिकताएं कोई और तय कर रहा है। ‘क्रोनी कैपिटल’ के हाथों देश को लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘महाराजा को बचाने की जिम्मेदारी विपक्ष की नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष की है। यह महाराजा आम आदमी का महाराजा बन गया था। उसकी आँखों में आज आंसू हैं। उन्हें पोछ लीजिए। उसे बचा लीजिए।’

कांग्रेस के वीके हरि प्रसाद ने कहा कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र की हालत जर्जर है। कई कंपनियां बंद हो गई हैं। एयर इंडिया देश की सबसे पुरानी विमान कंपनी है और देश के विमानन क्षेत्र की पहचान है। उसकी हालत खस्ता है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में एयर इंडिया के विनिवेश की बात कही तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपा कर उसका स्वागत किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह स्वागत करने की बात है?
तृणमूल के अहमद हसन ने कहा कि सरकार जेट एयरवेज को बचा नहीं सकी और उसके 22 हजार कर्मचारी बेकार हो गए। अब एयर इंडिया को बेचने की तैयारी चल रही है। यह दरअसल ‘सेल इंडिया’ हो गया है। माकपा के ई करीम ने कहा कि सरकार इस विधेयक की आड़ में हवाई अड्डों का निजीकरण करना चाहती है। रेलवे का भी निजीकरण किया जा रहा है और सस्ते दामों पर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बेचे जा रहे हैं। भाजपा के सुरेश प्रभु ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि पिछले पांच साल में विमानन क्षेत्र में क्रांति आई है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment