उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में कम उत्पादकता चिंताजनक है: जेटली
केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार की गति आश्वस्त करने वाली है लेकिन उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में कम उत्पादकता बने रहने पर और संभावित वृद्धि को लेकर चिंता बनी हुई है.
केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (file photo) |
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वाषिर्क बैठकों में अपने संबोधन में जेटली ने कहा कि आर्थिक सुधार की गति आश्वस्त करने वाली है.
उन्होंने कहा कि वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर वर्ष 2017 और 2018 में बढने की ओर है जिसमें यूरो जोन, जापान, उभरते हुए एशिया और यूरोप के साथ साथ रूस में विकास प्रदर्शन सुधार की ओर बढ़ रहा है.
जेटली ने कहा कि उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में कम उत्पादकता बने रहना और संभावित वृद्धि को लेकर चिंता बनी हुई है और उभरते हुए बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि भविष्य में सुधरने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा, भारत विसनीय सूक्ष्म आर्थिक समायोजन और संरचनात्मक सुधारों के समर्थन के लिए दृढ़ता से काम करना जारी रखेगा.
जेटली ने गतिशील उभरते बाजार के समर्थन में आईएमएफ के कोटा में तत्काल संशोधन का आहवान किया ताकि विश्व की वास्तविकताओं को जमीन पर प्रतिबिंबित किया जा सके.
उन्होंने कहा, हमे 2019 की वाषिर्क बैठकों की सहमति वाली समय सीमा तक 15वीं समीक्षा को पूरा करने के लिए हर प्रयास करने चाहिए.
वहीं अमेरिका ने इस बात की वकालत की कि आईएमएफ अपनी परिचालन क्षमताओं में सुधार लाए और सीमित संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल के लिए मॉडल पेश करे.
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