एयरटेल वीओआईपी कॉल पर अतिरिक्त शुल्क के अपने फैसले पर कायम
निजी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने वीओआईपी कॉल पर अतिरिक्त शुल्क लगाने के अपने फैसले को सही ठहराया.
एयरटेल भारती के सीईओ सुनील मित्तल (फाइल फोटो) |
उन्होंने कहा है कि मोबाइल पर इस तरह की कॉल की बिना अतिरिक्त शुल्क अनुमति देना कारोबार के लिए स्वस्थ विचार नहीं है.
उल्लेखनीय है कि कंपनी का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि सरकार इस मामले की समीक्षा करेगी. मंत्री ने इस आशय के एक समाचार को भी आज ट्वीट किया.
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) के सूत्रों ने भी बताया कि वे एयरटेल की नयी शुल्क दर योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं.
एयरटेल ने शुक्रवार को जारी एक बयान जारी कर कहा कि उसने बीते वर्षो में दूरसंचार नेटवर्क शुरू करने में 140,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है और \'वह वीओआईपी सेवाओं के लिए अलग से शुल्क वसूलना जारी रखेगी.\'
वीओआईपी शुल्क एयरटेल के ग्राहकों द्वारा डेटा सेवाओं के लिए चुकाए जाने वाले शुल्क से अतिरिक्त हैं. कंपनी ने यह भी कहा है, \'ग्राहकों के हितों को देखते हुए हम वीओआईपी सेवाओं को वहनीय व आकषर्क बनाने को प्रतिबद्ध हैं.\'
उल्लेखनीय है कि एयरटेल ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह 2जी नेटवर्क पर इस तरह की सेवाओं पर 10,000 रुपये प्रति जीबी तक शुल्क वसूलेगी. इंटरनेट पर स्काइप, वाइबर तथा अन्य एप्लीकेशन के जरिए कॉल की जाती है.
कंपनी डेटा कनेक्टिविटी के जरिए वॉयस कॉल ओवर इंटरनेट (वीओआईपी) के लिए 4 पैसे प्रति 10केबी (3जी सेवा) तथा 10 पैसे प्रति 10 केबी (2जी सेवा) की दर से शुल्क वसूलेगी.
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